संकटमोचन संगीत समारोह : चॉक पर सुई से उकेरी "हनुमान चालीसा", BHU छात्रा खुशी यादव का नाम इंडियन बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज
वाराणसी। श्री हनुमत जयंती महोत्सव के पावन अवसर पर आयोजित संकट मोचन संगीत समारोह (102वां वर्ष) में जहां एक ओर संगीत साधकों ने अपनी कला प्रभु को समर्पित की, वहीं काशी हिंदू विश्वविद्यालय की छात्रा खुशी यादव ने कला के क्षेत्र में एक अद्वितीय उपलब्धि हासिल कर सभी का ध्यान खींचा। खुशी ने 'चॉक पर सुई से नक्काशी' कर हनुमान चालीसा लिखी। इस अनुपम कलाकृति के लिए इंडियन बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज कराया।
खुशी की कलात्मक रचना को संकट मोचन मंदिर के महंत प्रो. विश्वंभरनाथ मिश्र के कर कमलों द्वारा सम्मानित किया गया। उन्हें इंडियन बुक ऑफ रिकॉर्ड्स की ओर से सर्टिफिकेट, मेडल और सम्मान पत्र प्रदान किया गया। चित्रकला की छात्रा खुशी ने इस कृति को बनाने में लगभग छह महीने तक सतत मेहनत, समर्पण और भक्ति के साथ कार्य किया। यह कलाकृति न केवल रचनात्मकता का अद्वितीय उदाहरण है, बल्कि शिल्पकला और धैर्य की भी मिसाल है।
इस अनोखी रचना में लकड़ी (4 x 2.5 फीट), थर्माकोल, फेविकोल, इमल्शन पेंट्स और 150 डॉम्स डस्टलेस सफेद चॉकों (प्रत्येक 78 मिमी) का उपयोग किया गया। इन चॉकों पर सुई की सहायता से अक्षर दर अक्षर हनुमान चालीसा उकेरी गई। इसके पश्चात अखबार, टिशू पेपर और नारंगी सूती कपड़े से इसे सजाया गया तथा ऐक्रेलिक रंगों से जीवंत रूप प्रदान किया गया। यह कृति 16 से 21 अप्रैल तक संकट मोचन मंदिर परिसर में दर्शनार्थ रखी गई है। खुशी की इस अनूठी उपलब्धि को गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्डधारी डॉ. नेहा सिंह के मार्गदर्शन में हैदराबाद की डॉ. पावनी और डॉ. स्वर्णा श्री ने जांचा और इंडियन बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में आधिकारिक रूप से शामिल किया।