संपूर्णानंद विवि करेगा कॉलेजों में होने वाली परीक्षाओं की निगरानी, बनी रहेगी शुचिता 

संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय और उससे संबद्ध देश व प्रदेश के 11 राज्यों के महाविद्यालयों में 9 से 20 जनवरी तक परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी। परीक्षा को सुचारू और पारदर्शी ढंग से संपन्न कराने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने कड़े इंतजाम किए हैं। विश्वविद्यालय स्तर से परीक्षा संचालन और निगरानी के लिए विशेष टीमें गठित की गई हैं।
 

वाराणसी। संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय और उससे संबद्ध देश व प्रदेश के 11 राज्यों के महाविद्यालयों में 9 से 20 जनवरी तक परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी। परीक्षा को सुचारू और पारदर्शी ढंग से संपन्न कराने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने कड़े इंतजाम किए हैं। विश्वविद्यालय स्तर से परीक्षा संचालन और निगरानी के लिए विशेष टीमें गठित की गई हैं।

परीक्षा व्यवस्था को लेकर कुलपति प्रो. बिहारी लाल शर्मा ने विश्वविद्यालय के प्राचार्यों के साथ बैठक कर आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए। उन्होंने बताया कि परीक्षा की निगरानी स्वयं विश्वविद्यालय करेगा और किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। विश्वविद्यालय से जुड़े देशभर में 500 से अधिक महाविद्यालयों में परीक्षाएं आयोजित होंगी।

कुलपति ने बताया कि परीक्षा संचालन के लिए विश्वविद्यालय की ओर से निरीक्षण टीमें भेजी जाएंगी, जो परीक्षा केंद्रों पर औचक निरीक्षण करेंगी। साथ ही परीक्षा से संबंधित किसी भी समस्या के समाधान के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन को तत्काल सूचना देने के निर्देश दिए गए हैं।

बैठक में यह भी बताया गया कि यूपी समेत 11 राज्यों राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात, हरियाणा, पंजाब, मध्यप्रदेश, दिल्ली, पश्चिम बंगाल, बिहार, जम्मू-कश्मीर के कॉलेजों में परीक्षाएं एक समान दिशा-निर्देशों के तहत कराई जाएंगी। सभी प्राचार्यों को परीक्षा से संबंधित सामग्री समय से वितरित करने और परीक्षार्थियों को किसी प्रकार की असुविधा न होने देने के निर्देश दिए गए हैं।

कुलपति ने स्पष्ट किया कि परीक्षा के दौरान अनुशासन और शुचिता बनाए रखना प्राथमिकता होगी। नकल या अन्य अनियमितताओं पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। विश्वविद्यालय प्रशासन का उद्देश्य निष्पक्ष और शांतिपूर्ण माहौल में परीक्षाएं संपन्न कराना है, ताकि विद्यार्थियों को बेहतर शैक्षणिक वातावरण मिल सके।