देर रात गरजी वाराणसी पुलिस की बंदूकें, एनकाउंटर में शातिर सचिन रावत को लगी गोली, साथी समीर भी दबोचा गया, दोनों पर दर्ज हैं कुल दो दर्जन मुकदमें 

वाराणसी। लंका और भेलूपुर पुलिस की संयुक्त टीम ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए कुख्यात तितली गैंग के सरगना सचिन रावत को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया है। इस कार्रवाई में सचिन रावत के पैर में गोली लगी है और उसके साथी समीर को भी हिरासत में ले लिया गया है। यह मुठभेड़ भेलूपुर थाना क्षेत्र में हुई, जहां पुलिस ने चोरी के एक मामले में वांछित शातिर चोरों को पकड़ने के लिए ऑपरेशन चलाया था।
 

वाराणसी। लंका और भेलूपुर पुलिस की संयुक्त टीम ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए कुख्यात तितली गैंग के सरगना सचिन रावत को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया है। इस कार्रवाई में सचिन रावत के पैर में गोली लगी है और उसके साथी समीर को भी हिरासत में ले लिया गया है। यह मुठभेड़ भेलूपुर थाना क्षेत्र में हुई, जहां पुलिस ने चोरी के कई मामलों में वांछित शातिर चोरों को पकड़ने के लिए ऑपरेशन चलाया था।

डीसीपी क्राइम शरवण टी ने बताया कि यह कार्रवाई मुखबिर की सूचना पर की गई। बदमाशों ने पुलिस पर गोली चलाई, जिसके बाद आत्मरक्षा में पुलिस को जवाबी फायरिंग करनी पड़ी। इस मुठभेड़ में सचिन रावत घायल हो गया और उसे तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस ने इस घटना के बाद आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।

कुछ दिन पहले भेलूपुर के दुर्गाकुंड इलाके में एक बंद मकान में हुई चोरी की घटना में तितली गैंग का हाथ था। इस मामले में भेलूपुर पुलिस ने पहले ही चार चोरों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचाया था और लगभग 6 लाख रुपये कीमत का चोरी का माल बरामद किया था। इस बार मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने फिर से 6 लाख रुपये के चोरी के माल को बरामद करने में सफलता हासिल की।

बता दें कि सचिन पर पहले से ही 16 मुकदमे दर्ज हैं वहीं उसके साथी समीर पर भी 9 मामले दर्ज हैं। ये दोनों बेहद शातिर अपराधी हैं, जिनकी लंबे समय से पुलिस को तलाश थी। 

सचिन रावत, जो तितली गैंग का संचालक है, जिसपर पहले से ही कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। वाराणसी पुलिस की इस कार्रवाई ने तितली गैंग की कमर तोड़ दी है। वाराणसी पुलिस ने इस ऑपरेशन को अंजाम देकर एक बार फिर साबित कर दिया कि अपराधियों के लिए अब शहर में कोई जगह नहीं है।