आईआईटी-बीएचयू में छात्रों से रूबरू हुए RSS प्रमुख मोहन भागवत, बच्चों से पूछा- संघ का अर्थ; मिला यह जवाब

संघ प्रमुख मोहन भागवत आईआईटी-बीएचयू की शाखा में शामिल हुए, जहां 100 से अधिक छात्रों ने योग, खेल गतिविधियों और मंत्रोच्चारण में भाग लिया। शुरुआत में उन्होंने दूर से छात्रों की गतिविधियों को देखा, फिर करीब जाकर उनसे बातचीत की और संघ की मूल विचारधारा से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि संघ संगठन का मुख्य उद्देश्य हिंदू धर्म को सशक्त बनाना, हिंदुत्व की विचारधारा का प्रसार करना और भारतीय संस्कृति व सभ्यता के मूल्यों को बनाए रखना है।
"जय बजरंगबली" और "भारत माता की जय " से गूंजा IIT-परिसर
संघ प्रमुख के संबोधन के दौरान छात्रों ने "जय बजरंगबली" और "भारत माता की जय" के नारे लगाए। इस अवसर पर मोहन भागवत नीले रंग के कुर्ते में आईआईटी-बीएचयू पहुंचे। उनकी यात्रा के दौरान कैंपस में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे, और मीडिया को भी 200 मीटर की दूरी पर रोक दिया गया था।
संघ के प्रशिक्षण में किया गया बदलाव
संघ प्रमुख ने छात्रों से पूछा कि वे संघ को कितना जानते हैं और एक-एक करके छात्रों ने अपनी समझ साझा की। उन्होंने यह भी बताया कि संघ के प्रशिक्षण कार्यक्रम में बदलाव किया गया है। अब प्रथम वर्ष का प्रशिक्षण वर्ग 15 दिनों का होगा और इसका नाम "संघ शिक्षा वर्ग" से बदलकर "कार्यकर्ता विकास वर्ग" रखा गया है। यह बदलाव इसलिए किया गया है क्योंकि चिकित्सा, इंजीनियरिंग और अन्य व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में पढ़ाई करने वाले स्वयंसेवकों के पास अधिक समय नहीं होता।
काशी में मोहन भागवत का कार्यक्रम
संघ प्रमुख शनिवार को श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन-पूजन करेंगे। इसके बाद वह काशी के प्रबुद्धजनों के साथ अलग-अलग बैठकों में संवाद करेंगे। रविवार को वह मलदहिया लाजपत नगर में संघ की शाखा में शामिल होंगे और शाम को प्रांत टोली के साथ बैठक करेंगे। इसके बाद सोमवार को वाराणसी में संघ के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं के साथ मार्गदर्शन सत्र के बाद वह लखनऊ के लिए रवाना होंगे।