काशी में लगा मंदिरों का महाकुंभ, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने किया इंटरनेशनल टेंपल कन्वेंशन एंड एक्सपो का उद्घाटन...
वाराणसी। दुनिया के सबसे बड़े अंतर्राष्ट्रीय टेम्पल्स कन्वेंशन और एक्सपो (आईटीसीएक्स) 2023 के उद्घाटन समारोह का आयोजन शनिवार को वाराणसी के रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में संपन्न हुआ। इस शानदार कार्यक्रम में पारंपरिक ढोल, लोक लेज़िम नृत्य और मंगल मंत्रों के बीच भारत के सबसे प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्तियों और उल्लेखनीय नेताओं का स्वागत किया गया। इस भव्य कन्वेंशन का उद्घाटन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने कन्वेंशन के अध्यक्ष प्रसाद लाड (महाराष्ट्र विधान परिषद के सदस्य और कन्वेंशन के संस्थापक) और गिरेश कुलकर्णी (जो टेम्पल कनेक्ट के संस्थापक भी हैं) के साथ किया।
इस 3 - दिवसीय कार्यक्रम के पहले दिन का मुख्य आकर्षण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक प्रेरक पत्र की प्रस्तुति थी, जिसमें ई - अंतर्राष्ट्रीय टेम्पल्स कन्वेंशन और एक्सपो 2023 की पहल के लिए उदार समर्थन की पेशकश की गई थी। इसके अलावा भी पत्र में बहुत कुछ कहा गया था, जिसमें उन्होंने प्रतिभागियों को 'विकास भी, विरासत भी' के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने के लिए मंच का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि 30 से अधिक देशों के सैकड़ों मंदिरों का प्रतिनिधित्व करने वाले लोगों की भागीदारी सिर्फ हमारे देश में ही नहीं, बल्कि विश्व स्तर पर मंदिर इकोसिस्टम की सुदृढ़ता के लिए एक बहुत ही अच्छा संकेत है।
आईटीसीएक्स 2023 पूरी तरह से दुनिया भर के मंदिरों के प्रबंधन के लिए समर्पित है और मंदिर इकोसिस्टम के प्रशासन, प्रबंधन और संचालन को सुदृढ़ करने और सशक्त बनाने पर केंद्रित है। इस कन्वेंशन की सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इसमें 32 देशों के हिंदू, सिख, बौद्ध और जैन सहित विभिन्न धर्मों के धार्मिक संस्थानों के प्रशासनिक प्रतिनिधि और प्रमुख गणमान्य लोग हिस्सा ले रहे हैं।
पहले दिन के सत्रों में समान विचारधारा वाले गणमान्य व्यक्तियों द्वारा गुणवत्तापूर्ण मंदिर प्रबंधन और विकास प्रथाओं पर विशेषज्ञ वार्ता, चर्चा और प्रस्तुतियां शामिल थीं। इस कार्यक्रम में ए.वी. धर्म रेड्डी, कार्यकारी अधिकारी, तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम, डॉ. सुधांशु त्रिवेदी, राष्ट्रीय प्रवक्ता, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राज्यसभा सदस्य और श्री विनीत धारीवाल, जोनल प्रमुख, वरिष्ठ उपाध्यक्ष, एचडीएफसी बैंक उपस्थित रहे।
आईटीसीएक्स 2023 और टेम्पल कनेक्ट के संस्थापक, गिरेश कुलकर्णी ने तीन दिवसीय सत्रों में होने वाली गतिविधियों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा, 'विगत छह महीनों में हमने विभिन्न मंदिरों को आमंत्रित किया, उनसे मुलाकात की और कार्यक्रम संरचना के बारे में उनका इनपुट लिया। आईटीसीएक्स इन वार्तालापों को गति प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। हम जानते हैं कि हमारे मंदिर और उनका प्रबंधन, संचालन और प्रशासन कितना महत्वपूर्ण है। यह पहली बार हुआ है कि मंदिर प्रबंधन और सेवाओं के प्रति इतनी बड़ी संख्या में लोग एक ही स्थान पर एकत्र हुए हैं। मंदिर की अर्थव्यवस्था 40 अरब डॉलर की है और इस सभागार में 20 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बैठी है। आईटीसीएक्स मंदिर इकोसिस्टम में फायरब्रांड्स के साथ न सिर्फ नॉलेज-शेयरिंग की सुविधा प्रदान करने, बल्कि तीन दिनों तक आकर्षक पैनल चर्चा और वार्तालाप का वादा भी करता है। इस कन्वेंशन में संबंधित अधिकारियों और सरकार को सूचित करने के लिए इन चर्चाओं का एक श्वेत पत्र भी तैयार किया जाएगा।'
आईटीसीएक्स के पहले दिन तमिलिसाई सौंदर्यराजन (तेलंगाना की राज्यपाल और पुडुचेरी की उपराज्यपाल) द्वारा कोविलूर स्वामी (214 वर्ष पुराने कोविलूर मठ के 14वें पोंटिफ) के साथ कार्यक्रम में उपस्थित लोगों का विशेष संबोधन किया गया। कोविलूर मठ एकमात्र मठ था, जिसने जाति और पंथ के भेदभाव के बिना तमिल में आदि शंकराचार्य के वेदांत दर्शन की शिक्षा प्रदान की थी
कार्यक्रम का समापन सुनील वर्मा (आईएएस, काशी विश्वनाथ मंदिर के सीईओ) द्वारा किया गया। उन्होंने वाराणसी में 'काशी-विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर प्रोजेक्ट' के बारे में गहन जानकारी प्रदान की, जिसका उद्देश्य एक समृद्ध मंदिर वार्ता सत्र में मंदिर वाले शहर के तीर्थयात्रियों को बेहतर अनुभवों की पेशकश करना है।