वाराणसी में सुचारू यातायात के लिए रूट डायवर्जन, पुलिस कमिश्नर ने किया निरीक्षण, रॉंग साइड में चलने वाले 699 वाहनों का चालान, 39 सीज और 15.05 लाख जुर्माना वसूला
वाराणसी। शहर की यातायात व्यवस्था को सुगम, सुरक्षित एवं निर्बाध बनाए रखने के उद्देश्य से पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने सोमवार को प्रमुख चौराहों एवं मार्गों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पूर्व में दिए गए निर्देशों के अनुपालन की गहन समीक्षा की गई तथा यातायात की व्यवहारिक स्थिति, ट्रैफिक फ्लो, पार्किंग व्यवस्था, वन-वे, यू-टर्न एवं डायवर्जन का बारीकी से अवलोकन किया। इस दौरान आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। कमिश्नरेट पुलिस की ओर से चलाए गए विशेष अभियान के दौरान 699 वाहनों का चालान करते हुए 39 को सीज कर दिया गया। वहीं 15.05 लाख रुपये जुर्माना लगाया गया।
निरीक्षण के साथ ही पुलिस आयुक्त के निर्देशन में रॉन्ग साइड से चलने वाले वाहनों के विरुद्ध विशेष अभियान चलाया गया। इसके तहत कुल 699 वाहनों का चालान किया गया, 39 वाहनों को सीज किया गया, ₹15,05,000 का जुर्माना वसूला गया तथा 02 अभियोग पंजीकृत कर सख्त कार्रवाई की गई। पुलिस आयुक्त ने स्पष्ट निर्देश दिए कि यातायात नियमों का उल्लंघन किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
मण्डुवाडीह चौराहे पर वन-वे, यू-टर्न एवं डायवर्जन व्यवस्थाओं का निरीक्षण करते हुए पुलिस आयुक्त ने बताया कि पूर्व निर्देशों के अनुपालन में अतिक्रमण हटाया जा चुका है और भविष्य में स्थिति यथावत बनाए रखने के लिए नियमित निगरानी सुनिश्चित की जाए। कैण्ट/शिवपुर क्षेत्र में जेपी मेहता से जेल रोड तक सड़क किनारे अतिक्रमण, ठेलों एवं अवैध व्यावसायिक गतिविधियों के कारण उत्पन्न यातायात अवरोध पर उन्होंने नाराजगी व्यक्त की और तत्काल प्रभावी कार्रवाई के निर्देश दिए।
बीएलडब्लू गेट के सामने सड़क किनारे अतिक्रमण हटाए जाने की स्थिति का जायजा लेते हुए पुलिस आयुक्त ने पुनः अतिक्रमण न होने देने के लिए सतत निगरानी के निर्देश दिए। बनारस रेलवे स्टेशन क्षेत्र में वाहन केवल निर्धारित स्टैण्ड में ही खड़े करने के निर्देश दिए गए तथा स्टैण्ड के बाहर खड़े वाहनों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा गया। इसके अतिरिक्त नरिया तिराहा से कैंसर हॉस्पिटल मार्ग तक सड़क किनारे व पटरियों पर अतिक्रमण हटाने के निर्देश भी संबंधित अधिकारियों को दिए गए।
पुलिस आयुक्त ने ओवरस्पीडिंग, रॉन्ग साइड ड्राइविंग एवं वन-वे उल्लंघन के मामलों में निरंतर और प्रभावी कार्रवाई करने पर विशेष जोर दिया। निरीक्षण के दौरान संबंधित सहायक पुलिस आयुक्त, यातायात निरीक्षक, थाना प्रभारी एवं अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।