गोदौलिया की जगह गिरजाघर पर बने रोपवे का स्टेशन, विधायक से मिला व्यापारियों का प्रतिनिधिमंडल, सौंपा पत्रक
प्रतिनिधिमंडल ने विधायक को बताया कि विगत कई कई दिनों से स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अधिकारी गोदौलिया क्रासिंग से चारों दिशाओं में जाने वाले मार्गों पर कुछ लाल-पीला निशान लगाये हैं। इस बाबत जब उनसे बातचीत की गयी तो पता चला कि रथयात्रा से आने वाले रोपवे का अंतिम स्टेशन गोदौलिया चौराहे के ठीक ऊपर बनाया जाएगा एवं वही से चारों दिशाओं में जाने वाले मार्गों के दोनों तरफ दुकानों के आगे पिलर बनाकर लगभग 100 फीट लंबी सीढ़िया बनायी जाएंगी।
प्रतिनिधिमंडल ने विधायक को बताया कि गोदौलिया चौराहा वाराणसी का ह्रदय स्थल और प्रमुख प्राचीनतम व्यापारिक केंद्र हैं। इतना ही नहीं, मां गंगा की आरती एवं बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए जाने वालों का यह प्रमुख केंद्र बिंदु भी है। काशी में तीर्थयात्रियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। कुछ पर्वों पर आने वाले तीर्थयात्रियों एवं पर्यटकों की संख्या लाखों में पहुंच जाती है। तब इस चौराहे पर पैदल चलना दूभर हो जाता है। ऐसे में रोपवे स्टेशन के पिलर बने तो दुश्वारियां और बढ़ जाएगी। साथ ही काशी का हेरिटेज लुक समाप्त हो जाएगा।
विधायक ने प्रतिनिधिमंडल को भरोसा दिलाया कि मैं प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों को क्षेत्र की जनता के भावना के अनुसार गोदौलिया तक ना लाकर गिरिजाघर पर ही रोपवे स्टेशन बनाये जाने के लिए वार्ता करुंगा। प्रतिनिधिमंडल में श्रीनारायण खेमका, ब्रह्मानंद पेशवानी, अध्यक्ष सुरेश तुलस्यान, महामंत्री दीपक वासवानी, सुशील मोहनानी, विनय यादव, भगवान दास जाजानी, अनिल सेठ अन्नू, जय किशन खत्री, मन्नू जेसवानी, प्रेम पेशवानी, महेश झुनझुनवाला, महेश पोद्दार, श्याम साहू, राजू आर्य, आशीष पोद्दार, दीपक जादवानी, राजेश केसरी, कमल रूपानी, अशोक जैसवानी, सुनील शर्मा, तरुण सेवा रमानी, रमेश संगठनी, इमरान जैदी, ओमप्रकाश सेवा रमानी आदि शामिल रहे।