Ravidas Jayanti 2025: जयंती की पूर्व संध्या पर जगमग हुआ रविदास पार्क, भक्तों ने सजाई दीपमाला, भक्ति गानों पर झूमे श्रद्धालु

 

वाराणसी। संत रविदास जयंती की पूर्व संध्या पर मंगलवार को रविदास पार्क जगमगा उठा। दीप ज्योति ऐसे जली जैसे मानों आसमान में तारें टिमटिम उठे। पार्क में लोगों ने ढोल नगाड़ों पर जमकर अपने गुरु का वंदन किया। महिलाएं भक्ति गानों पर झुमती नजर आई। 

रविदास सोसाइटी की ओर से नगवां स्थित संत रविदास पार्क में दीप माला सजाई गई। श्रीगुरु रविदास जन्मस्थान पब्लिक चैरिटेबल ट्रस्ट के चेयरमैन संत निरंजनदास के प्रतिनिधि के दौर पर संत मनदीप दास ने संत प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इसके साथ ही बाग से लेकर घाट तक रोशन हो उठे। इससे जगह-जगह दीपों की माला से संत वाणी उकेरी गई। विभोर मन श्रद्धालु गीत-भजनों पर झूमे और स्वर मिलाया। देश भर से आए भक्तों ने स्वयं दीप व मोमबत्ती सजाया। 

जालंधर से पहुंची किरन, हरजोत भट्टी, अनु ने बताया कि हम पिछले कई सालों से अपने गुरु के जन्म स्थान पर आते हैं और बड़े ही धूमधाम के साथ जन्मोत्सव मानते हैं हम लोगों में अपने गुरु के प्रति काफी श्रद्धा भाव है। यहां पर हम अपने परिवार के साथ शीश नवाने पहुंचे हैं। गुरु के जन्म स्थान पर आकर ऐसा प्रतीत होता है कि हम लोगों का जन्म सफल हो गया है। हम जब तक रहेंगे यहां पर आना चाहेंगे। 

लोगों ने बताया कि आज हम अपने गुरु के जन्म दिवस पर रविदास पार्क पहुंचे हैं और यहां पर दीप जला रहे हैं अपने गुरु को माल्यार्पण किया हैं और दीपों की लड़कियों से अपने गुरु के अमृत वाणी को लिख रहे हैं। वहीं लुधियाना से आने वाले सोनू और अर्चिता ने बताया कि यह हम लोगों का सौभाग्य है कि हम लोग अपने गुरु के जन्मदिवस पर काशी पहुंचते हैं। हम लोग कल से यहां पर पहुंचे हैं और काशी के विभिन्न मंदिर घाट और अपने गुरु का दर्शन पूजन किए हैं परिवार के साथ हम पहुंचे हैं। उन्होंने बताया कि पिछले चार-पांच सालों से हम लगातार आ रहे हैं। हम लोग यहां पर गुरु का दान कर कर झूम रहे हैं दीप जला रहे हैं तथा आतिशबाजी भी कर रहे हैं।