Ramotsav 2024 : भाजपा काशी क्षेत्र के 16 जिलों में चलाएगी स्वच्छता अभियान, फिर रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बनेंगे साक्षी 

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान प्रारंभ हो गया है। हर जन राम नाम में रम गए हैं। सबकी भागेदारी हो रही है। इसी क्रम में भाजपा काशी क्षेत्र के 16 जिलों में 14 से 22 जनवरी तक विशेष स्वच्छता अभियान चलाएगी। इसके तहत प्रत्येक मंदिर व देवालयों में सफाई, रंगरोगन, साज सज्जा की जाएगी। 22 जनवरी श्री राम जन्मभूमि मंदिर लोकार्पण दिवस पर सभी जनप्रतिनिधि, पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं को किसी न किसी मंदिर पर विशेष आयोजन करना है।
 

वाराणसी। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान प्रारंभ हो गया है। हर जन राम नाम में रम गए हैं। सबकी भागेदारी हो रही है। इसी क्रम में भाजपा काशी क्षेत्र के 16 जिलों में 14 से 22 जनवरी तक विशेष स्वच्छता अभियान चलाएगी। इसके तहत प्रत्येक मंदिर व देवालयों में सफाई, रंगरोगन, साज सज्जा की जाएगी। 22 जनवरी श्री राम जन्मभूमि मंदिर लोकार्पण दिवस पर सभी जनप्रतिनिधि, पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं को किसी न किसी मंदिर पर विशेष आयोजन करना है।

भाजपा काशी क्षेत्र के अध्यक्ष दिलीप पटेल ने बताया कि श्रीराम जन्मभूमि मंदिर लोकार्पण दिवस के पावन अवसर पर प्रत्येक देवालयों में श्रद्धालुओं एवं क्षेत्रीय नागरिकों के सहयोग से हनुमान चालीसा पाठ, सुंदरकांड पाठ सहित भजन - कीर्तन किया जाएगा। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में लाइव प्रसारण देखने के लिए एलइडी स्क्रीन की भी व्यवस्था सुनिश्चित करनी है। साथ ही प्रसाद वितरण का कार्यक्रम भी तय किया गया है। इसी दिन सायंकाल दीप जलाकर दीवाली की तरह दीपोत्सव होगा। 

उन्होंने कहा कि 500 वर्षों की साधना एवं प्रतिष्ठा के पश्चात यह अलौकिक क्षण आया है। अयोध्या धाम में भगवान श्रीराम के जन्मभूमि पर भव्य दिव्य मंदिर 22 जनवरी को लोकार्पण के लिए तैयार हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की विशेष उपस्थिति में विधि विधान पूर्वक उनकी प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान सुनिश्चित हुआ है। उनकी प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा एवं नव्य, भव्य व दिव्य मंदिर के लोकार्पण के पश्चात पूरे विश्व भर से राम भक्त अयोध्या धाम में श्री राम जन्मभूमि दर्शन करने आना चाहते हैं। इस अद्भुत अलौकिक क्षण से जुड़ने का सौभाग्य मिलने वाला है। प्रभु श्री राम के जन्म भूमि पर विराजित होने के बाद इस अलौकिक क्षण से जुड़ने के लिए उक्त कार्यक्रम सामाजिक सहभाग से तय हुए हैं।