Ramnagar ki Ramlila : रामनगर की रामलीला की तैयारी शुरू, ढूंढे जा रहे राम-लक्ष्मण, सीता, भरत और शत्रुघ्न

देश-विदेश में प्रसिद्ध रामनगर की ऐतिहासिक रामलीला इस वर्ष अनंत चतुर्दशी से शुरू होगी, और इसकी तैयारियां अभी से जोर पकड़ने लगी हैं। काशीराज परिवार के संरक्षण में संचालित इस पारंपरिक रामलीला की सबसे अहम प्रक्रिया—भगवान राम, लक्ष्मण, सीता, भरत और शत्रुघ्न के स्वरूपों के चयन की प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है।
 

वाराणसी। देश-विदेश में प्रसिद्ध रामनगर की ऐतिहासिक रामलीला इस वर्ष अनंत चतुर्दशी से शुरू होगी, और इसकी तैयारियां अभी से जोर पकड़ने लगी हैं। काशीराज परिवार के संरक्षण में संचालित इस पारंपरिक रामलीला की सबसे अहम प्रक्रिया—भगवान राम, लक्ष्मण, सीता, भरत और शत्रुघ्न के स्वरूपों के चयन की प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है।

काशीराज परिवार के निर्देश पर किले के कर्मचारी और व्यास परिवार के सदस्य स्वरूपों की तलाश में वाराणसी, मिर्जापुर, चंदौली और भदोही जैसे जिलों के गांवों और कस्बों में संपर्क कर रहे हैं। वे विशेष रूप से ब्राह्मण परिवारों से संपर्क कर रहे हैं, ताकि धार्मिक आस्था, संस्कार और वाणी की स्पष्टता रखने वाले उपयुक्त बालकों को रामलीला के मुख्य पात्रों की भूमिकाओं के लिए चुना जा सके।

हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी पात्रों का चयन रथयात्रा मेला समाप्त होने के बाद होने वाली "स्वर परीक्षा" के माध्यम से किया जाएगा। स्वरूपों के चयन हेतु कम से कम 25 बालकों की परीक्षा ली जाएगी, जिसमें उनकी वाणी, उच्चारण, अभिनय क्षमता और धार्मिक अनुशासन का आकलन किया जाएगा।

रामनगर की रामलीला न केवल अपने भव्य मंचन के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि यह एक चलायमान लीला है, जिसमें शहर का पूरा भूगोल मंच में बदल जाता है। इस लीला में चुने गए स्वरूप पूरे आयोजन की आत्मा होते हैं और उनका चयन एक गंभीर, श्रद्धायुक्त प्रक्रिया होती है।