वाराणसी के सीर गोवर्धन में रविदास जयंती की तैयारी तेज, माघ पूर्णिमा पर होगा विविध आयोजन

संत शिरोमणि की जयंती नजदीक आने के साथ उनकी जन्मस्थली सीर गोवर्धनपुर में तैयारियां तेज हो गई हैं। जन्मस्थली पर विभिन्न विकास कार्य कराए जा रहे हैं। जन्मस्थान के विकास सुंदरीकरण परियोजना की नरेन्द्र मोदी ने फरवरी 2019 में आधारशिला रखी थी। 
 

वाराणसी। संत शिरोमणि की जयंती नजदीक आने के साथ उनकी जन्मस्थली सीर गोवर्धनपुर में तैयारियां तेज हो गई हैं। जन्मस्थली पर विभिन्न विकास कार्य कराए जा रहे हैं। जन्मस्थान के विकास सुंदरीकरण परियोजना की नरेन्द्र मोदी ने फरवरी 2019 में आधारशिला रखी थी। 

संत रविदास जन्मस्थान के विकास और सुंदरीकरण परियोजना की प्रधानमंत्री ने फरवरी 2019 में आधारशिला रखी थी। पहले फेज में 50 करोड़ की लागत से विस्तारीकरण और सुंदरीकरण की योजना बनाई गई है। इसमें बाइपास से मंदिर और सत्संग हाल की सड़क 40 फीट, संत रविदास की कांस्य प्रतिमा और पार्क समेत सुंदरीकरण किया जाना है। इसका अगस्त 2019 में ही रविदासिया धर्म के उपाध्यक्ष संत सुरेन्द्र दास ने भूमिपूजन किया था। प्रोजेक्ट को मार्च 2021 तक पूरा कर लेना था, लेकिन पहली छत तक नहीं ढल पाई है। प्रोजेक्ट पूरा होने से संत रविदास जन्मस्थली की खूबसूरती काफी बढ़ जाएगी और जयंती पर आने वाले लाखों श्रद्धालुओं को सभी सुविधाएं एक ही जगह पर मिल जाएंगी।

रविदास जयंती की तैयारियां जोरों पर
श्री गुरु रविदास जन्मस्थान मंदिर सीरगोवर्धनपुर में जयंती की तैयारी तेज हो गई है। श्रद्धालुओं के लिए लगभग सभी टेंट और लंगर हाल के ढांचे बनकर तैयार हैं। अब उन्हें अंतिम रूप देना बाकी है। ट्रस्टी केएल सरोए के अनुसार इस बार तीन से चार लाख लोग संत शिरोमणि गुरु रविदास की जन्मस्थली सीर गोवर्धनपुर पहुंचेंगे। संत निरंजन दास स्पेशल बेगमपुरा एक्सप्रेस से आएंगे। उनके साथ लगभग लाखों की संख्या में श्रद्धालु आएंगे। तीन दिनों तक सीर गोवर्धनपुर मिनी पंजाब के रूप में तब्दील रहेगा। यहां पर रहने खाने सहित अन्य सुविधाएं श्रद्धालुओं को निशुल्क उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने बताया कि रविदास मंदिर के आसपास सभी विकास कार्य तेजी से हो रहे हैं इस दौरान इस बार गुरु रविदास जी की 25 फीट ऊंची कांस्य प्रतिमा का भी अनावरण होगा, जिसकी तैयारी हो रही है।