इस सप्ताह चरम पर होगा बनारस का सियासी तापमान, वाराणसी में जीत के लिए कई प्रत्याशी आजमाएंगे अपनी किस्मत
दो बार प्रधानमंत्री का संसदीय क्षेत्र रहे वाराणसी पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं। इस सीट पर जीत हासिल करने को सभी पार्टियां जी-जान से जुटी हुई हैं। राजनीतिक दल वाराणसी से पूर्वांचल और यूपी साधने में लगे हुए हैं। वाराणसी इस समय यूपी समेत पूरे देश की राजनीति का केंद्र बना हुआ है। पिछले एक दशक से यहां पर बीजेपी का कब्ज़ा है।
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर मंगलवार से शुरू हो रहे नामांकन के लिए दिग्गजों का आना शुरू हो जाएगा। वाराणसी से भाजपा ने तीसरी बार नरेन्द्र मोदी को प्रत्याशी बनाया है। वहीं इंडिया गठबंधन व कांग्रेस ने इस सीट से अजय राय को चुनावी मैदान में उतारा है। बसपा ने भी राजनीतिक समीकरणों को देखते हुए अतहर जमला लारी को चुनावी मैदान में उतारा है। इसके अलावा कुछ निर्दलीय उम्मीदवारों के भी इस सीट से नामांकन की संभावनाएं हैं।
भाजपा इस सीट पर जीत के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाह रही है। संभावना जताई जा रही है कि पीएम मोदी के नामांकन में केंद्रीय मंत्रीमंडल के कई नेता आ सकते हैं। वही मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव वाराणसी में पीएम के रोड शो में शामिल हो सकते हैं। मोहन यादव यूपी और एमपी में भाजपा के लिए यादव वोट साधने का काम कर सकते हैं। वहीं इसके अलावा देश व प्रदेश के की नेता नरेन्द्र मोदी के रोड शो व नामांकन में शामिल हो सकते हैं।