साइबर क्राइम रोकने को पुलिस अलर्ट, ठगी के 24 घंटे के अंदर करें शिकायत, बच जाएंगे पैसे, पकड़ा जाएगा अपराधी 

साइबर क्राइम पर लगाम लगाने के लिए कमिश्नरेट पुलिस अलर्ट है। साइबर अपराधों पर कार्रवाई के लिए अलग से साइबर थाना बनाया गया है। डीसीपी वरूणा जोन चंद्रकांत मीणा ने इसके बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने लोगों को साइबर फ्राड को लेकर आगाह किया। साथ ही सावधानी बरतने की अपील की। 
 

वाराणसी। साइबर क्राइम पर लगाम लगाने के लिए कमिश्नरेट पुलिस अलर्ट है। साइबर अपराधों पर कार्रवाई के लिए अलग से साइबर थाना बनाया गया है। डीसीपी वरूणा जोन चंद्रकांत मीणा ने इसके बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने लोगों को साइबर फ्राड को लेकर आगाह किया। साथ ही सावधानी बरतने की अपील की। 

उन्होंने साइबर अपराध को रोकने के लिए पुलिस अलर्ट है। प्रदेश स्तर से प्रत्येक जिले में एक साइबर थाना बनाया गया है, जहां इस तरह के अपराधों की छानबीन कर भुक्तभोगी को राहत दिलाने की कोशिश की जाती है। उन्होंने कहा कि यदि पांच लाख से अधिक की ठगी के शिकार हुए हैं तो संबंधित थाने में जाकर शिकायत कर सकते हैं। 24 घंटे के अंदर शिकायत करने पर आपका पैसा ब्लाक कराने और अपराधी को पकड़ना आसान हो जाता है। 

उन्होंने कहा कि इस समय इनविटेशन के माध्यम से मोबाइल हैक किया जा रहा है। यदि किसी भी व्यक्ति के मोबाइल पर कोई एप्लीकेशन भेजता है, तो उसे कंफर्म करके डाउनलोड एवं जांच कर ही खोलें। एपीके फाइल को डाउनलोड करने से पहले जांच कर लें। कहा कि कभी भी एपीके फाइल डाउनलोड करने के लिए कोई व्यक्ति कह रहा है तो डाउनलोड न करें। कभी-कभी साइबर अपराधी ऐप डाउनलोड के लिए ऑप्शन भेजते हैं। जिसको इसके बारे में जानकारी नहीं होती है वह डाउनलोड कर लेता है। इससे आपके मोबाइल का सारा डेटा अपराधी के पास पहुंच जाता है। 

उन्होंने कहा कि यदि आपके पास अनजान नंबर से फोन आए और बैंक ओटीपी अथवा कोड मांगे तो कभी भी शेयर न करें। तुरंत नजदीकी साइबर थाना या पुलिस प्रशासन को सूचित करें। पुलिस समय रहते कार्रवाई करेगी।