कभी पीएम ने की थी टोटो की सवारी, अब वही टोटो चालक वाराणसी में आमरण अनशन पर बैठे, जानिए क्या है मामला

 
जिला प्रशासन के उत्पीड़न के खिलाफ टोटो चालकों का शास्त्री घाट पर आमरण अनशन, लगाए गंभीर आरोप

वाराणसी। एक समय था जब प्रदूषण मुक्त और सस्ता परिवहन सुनिश्चित करने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में टोटो चालकों को रोजगार दिलाने के लिए खुद टोटो पर सवारी की थी। इसके बाद शहर की सड़कों पर हजारों टोटो चलने लगे, जिससे कई लोगों को रोजगार मिला। हालांकि, इससे यातायात जाम की गंभीर समस्या भी पैदा होने लगी।

जाम की इस समस्या से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने टोटो चालकों के लिए नए दिशा-निर्देश जारी किए, जिसके तहत कई क्षेत्रों में टोटो चलाने पर प्रतिबंध लगाया गया। इस फैसले के खिलाफ वाराणसी के सैकड़ों टोटो चालक शास्त्री घाट पर अनिश्चितकालीन धरना और अनशन पर बैठ गए हैं। 

टोटो चालकों का आरोप है कि जिला प्रशासन का यह कदम गरीब चालकों को बेघर करने के समान है। उन्होंने कहा कि टोटो से ही वे अपने परिवार का भरण-पोषण कर रहे हैं, और अब यह नया फरमान उनके लिए आत्महत्या के अलावा कोई विकल्प नहीं छोड़ रहा है। कई चालकों ने अपनी गाड़ियाँ फाइनेंस पर ली हुई हैं, और अब कर्ज का बोझ भी उन पर भारी पड़ रहा है।

टोटो चालकों ने प्रशासन पर दोहरा मापदंड अपनाने का आरोप लगाया, कहा कि जब शहर में अन्य वाहनों को चलने की अनुमति है, तो टोटो चालकों पर प्रतिबंध क्यों? उन्होंने मांग की कि यदि टोटो संचालन को सुव्यवस्थित किया जाए तो जाम की समस्या हल हो सकती है। मगर प्रशासन मनमानी कर रहा है और टोटो चालकों के साथ सौतेला व्यवहार कर रहा है।