काशी नहीं ‘मिनी भारत’ से गुजरेगा का मोदी का रोड शो, डमरू वादक, शंखवादक और बटुक करेंगे अभिवादन
वाराणसी। काशी में 13 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भव्य रोड शो होगा। इसकी तैयारियां जोरो पर हैं। रोड शो के दौरान मालवीय प्रतिमा लंका से काशी विश्वनाथ धाम तक मिनी भारत की झलक दिखेगी। कई राज्यों के लोग पारंपरिक वेशभूषा में रोड शो का स्वागत करेंगे। इतना ही नहीं, 251 डमरू वादक, 251 शंखवादक और 251 बटुक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रोड शो का आकर्षण होंगे। गोदौलिया चौराहे से विश्वनाथ धाम तक डमरुओं के निनाद और शंख वादन से पीएम का भव्य स्वागत होगा।
भाजपा ने 13 मई को आयोजित होने वाले रोड शो को भव्य बनाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। रोड शो मार्ग पर अलग-अलग प्रांतों के परिधानों में लोग पीएम मोदी का स्वागत करते नजर आयेंगे। महिलाएं नौ गज और बंगाली लालपाड़ की साड़ी में होंगी तो पुरुष धोती-कुर्ता के साथ तिलक टोपी पहने पुष्पवर्षा कर पीएम की अगवानी करेंगे। इसकी तैयारी में काशी में बसे हर प्रांत के लोग जुट गए हैं।
काशी के अलग अलग मोहल्लों में हर प्रांत, हर राज्य के लोग बसे हैं। काशी तमिल संगमम समिति, काशी तेलुगु समिति और कर्नाटक संघ पंच द्रविड़ समाज ने इस रोड शो में अपनी संस्कृति से परिचित कराने की जिम्मेदारी खुद ले रखी है। समाज के वीवी सुंदरम शास्त्री ने बताया कि सोनारपुरा, पांडेय हवेली मार्ग पर मंच बनाकर प्रधानमंत्री का स्वागत होगा। इस दौरान महिलाएं व पुरुष पारंपरिक परिधान में होंगे। महिलाएं भरतनाट्यम की भी प्रस्तुति करेंगी।
मराठी समाज के लोग बांसफाटक पर स्वागत करेंगे। महिलाएं नौ गज की साड़ी में होंगी तो पुरुष तिलक टोपी में दिखेंगे। वैदिक मंत्रों का उच्चारण और 1001 गणेश जी का पाठ भी होगा। यहां युवतियां फोगड़ी नृत्य करेंगी। वहीं, राजस्थान के मारवाड़ी, खंडेलवाल, ब्राह्मण, जैन, माहेश्वरी समाज के संगठनों के बैनर तले महिलाएं व पुरुष लंका पर रोड शो में शामिल होंगे और स्वागत करेंगे।
बंगीय समाज के सचिव देवाशीष दास ने बताया कि काली बाड़ी व पांडेय हवेली पर स्वागत मंच बनेगा। यहां बंगाली समाज पीएम के स्वागत की तैयारी में है। धोती कुर्ता में पुरुष होंग और महिलाएं लालपाड़ साड़ी में धुनकी, शंखनाद व ढाक से अगवानी करेंगी। ऐसे ही सिंधी समाज सहित अन्य समाज के लोगों की टोलियां जगह-जगह स्वागत करेंगी।