काशी दौरे से पहले पीएम का ट्वीट, लिखा काशी के अपने भाइयों-बहनों के बीच रहूंगा 

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने काशी दौरे से पहले ट्वीट किया है। पीएम ने एक्स पर लिखा कि कल शाम से मैं काशी के अपने भाइयों-बहनों के बीच रहूंगा। सीएम योगी ने भी ट्वीट कर प्रदेशवासियों की ओर से प्रधानमंत्री का अभिनंदन व स्वागत किया है। 
 

वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने काशी दौरे से पहले ट्वीट किया है। पीएम ने एक्स पर लिखा कि कल शाम से मैं काशी के अपने भाइयों-बहनों के बीच रहूंगा। सीएम योगी ने भी ट्वीट कर प्रदेशवासियों की ओर से प्रधानमंत्री का अभिनंदन व स्वागत किया है। पीएम मोदी ने लिखा है 'कल शाम से मैं काशी के अपने बहनों और भाइयों के बीच रहूंगा। विकसित भारत संकल्प यात्रा में हिस्सा लूंगा और बाद में काशी तमिल संगमम कार्यक्रम का उद्घाटन करूंगा, जो एक ऐतिहासिक मंच है। जो हमारी अनूठी सांस्कृतिक परंपराओं और विविधता का जश्न मनाता है।' 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लिखा है 'नए भारत के शिल्पकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उनकी काशी में 25 करोड़ प्रदेशवासियों की ओर से हार्दिक स्वागत और अभिनंदन! बाबा श्री विश्वनाथ की पावन नगरी में अपने दो दिवसीय प्रवास के दौरान प्रधानमंत्री एक भारत-श्रेष्ठ भारत की भावना को प्रगाढ़ता प्रदान करेंगे। काशी तमिल संगमम के द्वितीय संस्करण का उद्घाटन और कन्याकुमारी-वाराणसी तमिल संगमम ट्रेन का शुभारंभ करने के साथ ही वाराणसी और आसपास के क्षेत्रों के सर्वांगीण विकास के लिए अनेक परियोजनाओं की सौगात भी देंगे।'  सीएम ने एक और ट्वीट में लिखा 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के यशस्वी नेतृत्व में 'एक भारत-श्रेष्ठ भारत' की भावपूर्ण अभिव्यक्ति, काशी व तमिलनाडु की सभ्यता, संस्कृति एवं संस्कारों को एक सूत्र में पिरोते 'काशी तमिल संगमम' का द्वितीय संस्करण आज से प्रारंभ हो रहा है। एक बार फिर इस वर्ष भी अविनाशी काशी में हमारी महान सभ्यता की समृद्ध विरासत का महोत्सव मनाया जाएगा। आइए, शिवमय काशी भारतीयता के इस महोत्सव में आपको सहभागी बनने हेतु आमंत्रित कर रही है। जय हिंद-जय भारत!'


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को ट्वीट कर लिखा 'राष्ट्रीय एकात्मता के भाव को नए आयाम प्रदान करने वाले 'काशी तमिल संगमम' के द्वितीय संस्करण के आयोजन में पधारने वाले सभी सम्मानित अतिथि गणों का बाबा विश्वनाथ की पावन धरा पर हार्दिक अभिनन्दन है। यह सांस्कृतिक महोत्सव हमारी समावेशी संस्कृति को और अधिक मजबूत करने में सहायक सिद्ध होगा।'