शंखनाद, डमरुओं की निनाद और मंत्रोच्चार संग पीएम मोदी निकालेंगे रोड शो
- सोमवार शाम बीएचयू के सिंह द्वार पर पंडित मदन मोहन मालवीय की मूर्ति पर माल्यार्पण से शुरू होगा रोड शो
- रोड शो में दिखेगी लघु भारत और यूपी की संस्कृतियों की झलक
- रोड शो के मार्ग पर काशी की विभूतियों की तस्वीर भी देखने को मिलेगी
- काशी में अपने मतदाताओं से वोट मांगेंगे सांसद नरेंद्र मोदी
- पांच किलोमीटर का रोड शो पांच सालों की काशी के विकास यात्रा का रोड मैप करेगी तैयार
- भारतरत्न उस्ताद बिस्मिल्लाह के परिवार के सदस्य मदनपुरा के पास शहनाई वादन से करेंगे स्वागत
- रोड शो के मार्ग पर काशी की पुरानी और विकास की नई तस्वीर भी दिखेगी
- रोड शो में पांच हज़ार से अधिक मातृशक्ति रहेंगी शामिल, खिलाड़ी भी रहेंगे मौजूद
- रोड शो में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी होंगे शामिल
वाराणसी, 12 मई: शंखनाद,डमरुओं की निनाद और मंत्रोच्चार के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को काशी की सड़कों पर रोड शो निकालेंगे। इसमें लघु भारत और यूपी की संस्कृतियों की झलक देखने को मिलेगी। 13 मई को शाम काशी हिन्दू विश्विद्यालय के सिंह द्वार से पंडित मदन मोहन मालवीय की प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद रोड शो शुरू होगा, जो श्री काशी विश्वनाथ मंदिर पर समाप्त होगा। नरेंद्र मोदी बाबा विश्वनाथ से आशीर्वाद भी लेने जायेंगे। रोड शो के मार्ग पर काशी की विभूतियों के कटआउट भी लगाए जाएंगे। साथ ही काशी की पहले और नई तस्वीर भी दिखाई देगी। रोड शो में पांच हज़ार से अधिक मातृशक्तियां भी पैदल यात्रा करेंगी। रोड शो में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल होंगे।
काशी में मोदी का रोड शो देश के अन्य रोड शो से बिल्कुल जुदा होगा। अभी तक नरेंद्र मोदी दूसरों के लिए वोट मांगते आये हैं ,लेकिन काशी में वे अपने लिए मतदाताओं से वोट मांगेंगे। नरेंद्र मोदी अपने रोड शो में शामिल होने के लिए काशीवासियों के घर-घर निमंत्रण भेज रहे हैं। महामना से महादेव के दरबार तक की इस यात्रा में काशी अपनी पहचान के अनुरूप अपने सांसद का स्वागत करेगी। इसके लिए भाजपा ने ऐसी रणनीति बनाई है, जो पहले किसी रोड शो में नहीं दिखी होगी। रोड शो के दौरान लगभग 5 किलोमीटर की यात्रा 5 सालों की काशी के विकास यात्रा का रोड मैप तैयार करेगी।
पूर्व सांसद से लेकर विधायक, एमएलसी और मंत्री सभी अपने सांसद का स्वागत करेंगे। रोड शो में देश के लगभग हर प्रांत के लोग अपनी संस्कृति और परंपरा के अनुसार स्वागत करेंगे। रोड शो के दौरान मिनी इंडिया की झलक के साथ उत्तर प्रदेश की संस्कृति भी देखने को मिलेगी। 11 बीट के अन्तर्गत 10 -10 प्वाइंट यानि लगभग 100 प्वाइंट बनाए गये हैं, जिन पर मराठी, गुजराती, बंगाली, माहेश्वरी, मारवाड़ी, तमिल, पंजाबी आदि समाज के लोग अपनी परंपरागत वेशभूषा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का स्वागत करेंगे। इन प्वाइंट पर फूलों की बरसात की जाएगी। ढोल-नगाड़े बजाए जाएंगे। शहनाई, शंखनाद, डमरू दल के साथ काशी की जनता प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत करेगी। इसके साथ ही जगह जगह सांस्कृतिक कार्यक्रम, लोकनृत्य, लोकगीत गाते हुए बनारस के कलाकार व वैदिक मंत्रोच्चार करते हुए बटुक पीएम मोदी का स्वागत करेंगे। पीएम मोदी का स्वागत करने के लिए मुस्लिम समाज के लोग भी आगे आ रहे हैं। भारतरत्न उस्ताद बिस्मिल्लाह के परिवार के सदस्य मदनपुरा के पास शहनाई वादन से नरेंद्र मोदी का स्वागत करेंगे। मदनपुरा में ही पूर्व सांसद राजेश मिश्रा के नेतृत्व में मुस्लिम लोग पुष्प वर्षा करेंगे। रोड शो में प्रधानमंत्री का अपनी माँ की पैर छूते हुए तस्वीर भी दिखाई देगी।
रोड शो के मार्ग पर काशी की विभूतियों की तस्वीर भी कई स्थानों पर देखने को मिलेगी। इनमें वे लोग होंगे, जिनकी कर्म या जन्मभूमि काशी रही है। इसमें काशी नरेश, पंडित मदन मोहन मालवीय, बिस्मिल्लाह खां, पंडित किशन महाराज, तुलसीदास, कबीर दास, संत रैदास आदि लोगों की तस्वीर होगी। रोड शो के रास्ते पर कुछ स्थानों पर काशी के विकास की नई तस्वीर के साथ पुरानी तस्वीर भी दिखाई देगी, जिसमें प्रमुख रूप से काशी विश्वनाथ मंदिर, रेलवे स्टेशन आदि होगा। साथ ही विकास के नए कामों की भी तस्वीर रोड शो में देखने को मिलेगी। इसमें टीएफसी, रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर, कैंसर अस्पताल आदि होगा। रोड शो में 5 हज़ार से अधिक संख्या में मातृशक्ति दिखेंगी, जो पूरे रोड शो में साथ चलेंगी। साथ ही खिलाड़ी भी रहेंगे।
रोड शो के बाद प्रधानमंत्री श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करके बाबा से भाजपा की ऐतिहासिक जीत के लिए आशीर्वाद लेंगे। रात में बीएलडब्लू में बुद्धिजीवियों के साथ मिलने का भी कार्यक्रम प्रस्तावित है। प्रधानमंत्री 14 मई को काशी कोतवाल बाबा काल भैरव का दर्शन और उनकी अनुमति लेने के बाद नामांकन करेंगे। नामांकन में कई प्रदेशों के मुख्यमंत्री, मंत्री और विशिष्ट लोगों के रहने की संभावना है। इसके बाद अंतर्राष्ट्रीय रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में कार्यकर्ताओं के साथ बैठक भी प्रस्तावित है।