यूपी के इस जिले में बनेगा फार्मा हब, IT-BHU और BHU की साझेदारी से प्रदेश को मिलेगी नई औद्योगिक उड़ान
इस फार्मा पार्क में औद्योगिक इकाइयों को न केवल आधुनिक बुनियादी सुविधाएं मिलेंगी, बल्कि उन्हें IIT-BHU के फार्मास्युटिकल इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी विभाग का तकनीकी और अनुसंधान सहयोग भी मिलेगा। इस सहयोग से कंपनियों को प्रशिक्षित मानव संसाधन, तकनीकी समाधान और नवाचार से जुड़ी सेवाएं उपलब्ध होंगी।
फार्मा पार्क की इस परियोजना से न केवल प्रदेश की औद्योगिक रफ्तार तेज होगी, बल्कि बुंदेलखंड जैसे पिछड़े इलाके में आर्थिक और सामाजिक विकास को भी मजबूती मिलेगी। समझौते के तहत, कंपनियों को IIT-BHU के छात्रों को रोजगार देने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। विशेष प्लेसमेंट ड्राइव आयोजित की जाएंगी और छात्रों के लिए एक संयुक्त प्लेसमेंट योजना पर कार्य किया जाएगा।
इसके अलावा, विद्यार्थियों को उद्योग की आवश्यकताओं के अनुरूप कौशल प्रशिक्षण दिया जाएगा और उनके पाठ्यक्रम में समयानुसार बदलाव किए जाएंगे। इंटर्नशिप, औद्योगिक प्रशिक्षण, संयुक्त शोध परियोजनाएं और फैकल्टी-इंडस्ट्री एक्सचेंज कार्यक्रमों के माध्यम से छात्रों को व्यावहारिक अनुभव भी प्रदान किया जाएगा। तकनीकी ज्ञान के आदान-प्रदान और शोध सहयोग से उद्योग और शैक्षणिक संस्थानों के बीच की दूरी घटेगी।
यूपीसीडा के सीईओ मयूर माहेश्वरी ने इस समझौते को प्रदेश की औद्योगिक दिशा में एक अहम पड़ाव बताया। उन्होंने कहा कि केवल भूमि आवंटन ही नहीं, बल्कि एक समावेशी और मजबूत औद्योगिक पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण हमारा लक्ष्य है। वहीं, IIT-BHU के डीन प्रो. राजेश कुमार ने इस साझेदारी को संस्थान की तकनीकी क्षमताओं का बेहतर उपयोग बताया और कहा कि संस्थान फार्मा क्षेत्र की जरूरतों को पूरा करने में हरसंभव सहयोग करेगा।