यात्री महज सवा घंटे में पहुंच जाएंगे वाराणसी से प्रयागराज, 130 किमी की रफ्तार से दौड़ेंगी ट्रेनें

ट्रेन यात्री अब महज सवा घंटे में ही वाराणसी से प्रयागराज पहुंच जाएंगे। वाराणसी-प्रयागराज रूट पर ट्रेनें 130 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड से चलेंगी। इसके लिए ट्रैक पर आधारभूत संरचना से जुड़े कार्य कराए जा रहे हैं। अगस्त तक काम पूरा होने के साथ ही ट्रेनों का परिचालन शुरू होने की उम्मीद है। 
 

वाराणसी। ट्रेन यात्री अब महज सवा घंटे में ही वाराणसी (Varanasi) से प्रयागराज (Prayagraj) पहुंच जाएंगे। वाराणसी-प्रयागराज रूट पर ट्रेनें (Train) 130 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड से चलेंगी। इसके लिए ट्रैक पर आधारभूत संरचना से जुड़े कार्य कराए जा रहे हैं। अगस्त तक काम पूरा होने के साथ ही ट्रेनों का परिचालन शुरू होने की उम्मीद है। 

 

प्रयागराज जंक्शन (Prayagraj junction) से रामबाग होते हुए बनारस जाने वाला रेलमार्ग पूर्वोत्तर रेलवे वाराणसी मंडल के अधीन है। इस रेल मार्ग का बनारस से झूंसी तक दोहरीकरण एवं विद्युतीकरण हो चुका है। अब झूंसी से प्रयागराज जंक्शन के बीच यह दोहरीकरण का कार्य चल रहा है। इसी दोहरीकरण मार्ग के तहत गंगा (Ganga) पर रेल विकास निगम पुल का भी निर्माण कर रहा है। अब पुल पर रेल पटरी बिछाने का कार्य चल रहा है। इसके अलावा दारागंज से प्रयागराज रामबाग होते हुए जंक्शन तक भी दोहरीकरण के लिए समतलीकरण आदि का भी कार्य चल रहा है। यह कार्य अगले दो माह में पूरा होने की उम्मीद है।

 

अभी इस रूट पर वंदे भारत (Vande bharat express), स्वतंत्रता सेनानी (swatantrata senani express), शिवगंगा एक्सप्रेस (Shivganga express) आदि ट्रेनों की अधिकतम स्पीड 110 किमी प्रतिघंटा ही है। 130 किमी की अधिकतम रफ्तार होने के बाद वंदे भारत प्रयागराज से वाराणसी कैंट (Varanasi cant station) पहुंचने में महज सवा घंटे का ही वक्त लेगी। अभी वंदे भारत यह दूरी डेढ़ घंटे में तय करती है। रेलवे अधिकारियों के अनुसार ट्रेनों की रफ्तार 130 किमी प्रतिघंटा करने के लिए कार्य चल रहा है। उम्मीद है कि इस वर्ष यह कार्य पूरा हो जाएगा।