सम्पूर्ण समाधान दिवस पर जिलाधिकारी ने सुनी जनसमस्याएं, अधिकारियों को समय से निस्तारित करने के दिए निर्देश
वाराणसी। जिले के सभी तहसीलों में शनिवार को सम्पूर्ण समाधान दिवस का आयोजन हुआ। राजातालाब तहसील पर जनता की शिकायतों जिलाधिकारी एस. राजलिंगम ने सुना और संबंधित अधिकारियों को जनता की समस्याओं का समय से निस्तारित करने का निर्देश दिया।
इस दौरान राजस्व, पुलिस, समाज कल्याण, खाद्य एवं रसद, चकबंदी, विकास, विद्युत, समाज कल्याण, कृषि, मार्केटिंग, लोक निर्माण एवं शिक्षा विभाग सहित विभिन्न विभागों से संबंधित कुल 174 शिकायतें प्राप्त हुई। इसमें से छह मामलों का मौके पर निस्तारण हुआ। अन्य सभी मामलों को संबंधित विभाग के अधिकारियों को हस्तांतरित करते हुए जिलाधिकारी ने समयसीमा के अंदर गुणवत्तापूर्ण और पारदर्शी ढंग से निस्तारण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने भूमि विवाद संबंधी मामलों को पुलिस और राजस्व विभाग की संयुक्त टीम से स्थलीय निरीक्षण और सत्यापन कर मामले का निस्तारण करने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को सख्त हिदायत देते हुए कहा कि जन समस्याओं के निस्तारण में हीलाहवाली अक्षम्य होगी। अधिकारी जन समस्याओं को गंभीरतापूर्वक लें अन्यथा कार्रवाई के लिए तैयार रहें।
जिलाधिकारी ने कहा कि हर व्यक्ति की समस्या का पूरी प्रतिबद्धता एवं पारदर्शिता से न्यायोचित समाधान शासन-प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता या लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। पुलिस और राजस्व से जुड़ी समस्याओं पर जिलाधिकारी ने कहा कि अधिकारी प्राथमिक स्तर पर ही लोगों की समस्याओं का समाधान करने का प्रयास करें, ताकि लोगों को यहां-वहां भटकना न पड़े। इस अवसर पर डीसीपी गोमती जोन मनीष शांडिल्य, एडीसीपी वरुणा जोन टी सरवरन, उप जिलाधिकारी अमित कुमार, एसीपी अजय कुमार श्रीवास्तव, तहसीलदार संत विजय सिंह सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
पिंडरा तहसील परिसर में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस पर एक बार फिर शिकायतों को संबंधित अधिकारियों को जांच कर कार्रवाई करने का आदेश देकर शिकायतकर्ताओं को लौटा दिया गया। ताड़ी निवासी रामजियावन गुप्ता ने आरोप लगाते हुए 7वी बार शिकायत की कि ग्राम पंचायत रामपुर, सिसवां में बिना भूमि प्रबंधक समिति की बैठक किये दूसरे गांव के अपात्र लोगों को जमीन आवंटित कर दी गई है। जिसमें कई लोग सरकारी नौकरी भी करते हैं। जिसे एक बार फिर जांच कर कार्रवाई करने के लिए भेज दिया गया। वही, बड़ागांव विकास खंड के दल्लीपुर निवासिनी वंदना देवी ने अंबेडकर समूह की महिला इंद्रावती देवी, जो अपने पति के साथ सूरत रहती है, के के नाम पर बिना समहू में काम किये दूसरे इंद्रावती देवी को अभिलेखों में हेरफेर करते हुए सरकारी कोटे की दुकान आवंटित करने की शिकायत की।
हरहुआ के भटौली गांव में कृषि आवंटन की भूमि पर कब्जा दिलाने की मांग की गई। महिलाओं ने दिए शिकायती पत्र में आरोप लगाया कि 2018 में गांव के विकास कुमार, श्याम दुलारी, सत्यनारायण, बुनियादी राम, श्याम नारायण, रामकुमार, प्रेम कुमार, गीता देवी, बबीता देवी, मुन्नी देवी, सरिता देवी सहित 18 लोगों का आवंटन हुआ था, लेकिन आज तक आवंटित भूमि नहीं मिली। ग्रामीणों ने बताया कि गांव के एक दबंग व्यक्ति ने आवंटित जमीन पर कब्जा कर लिया गया है। डीसीपी गोमती जोन आकाश पटेल ने चौकी इंचार्ज हरहुआ से मिलने को कहकर फरियादियों को वापस कर दिया गया।
वहीं, असबालपुर संपर्क मार्ग पर गांव के कुछ लोगों के कब्जा कर लेने की शिकायत की गयी। जबकि तहसीलदार ने जनवरी 2020 में जुर्माना व बेदखली का आदेश जारी किया था, लेकिन अभी तक आदेश का पालन नहीं किया गया। इस बाबत कुर्बान अली ने तहसील दिवस पर तीसरी बार शिकायती पत्र दी। पिंडरा तहसील पर कुल 87 फरियादियों ने विभिन्न मामलों को लेकर शिकायत की, जिसमें से मात्र छह मामलों का ही निस्तारण किया। इस दौरान एसडीएम प्रतिभा मिश्रा, एडीसीपी आकाश पटेल, तहसीलदार विकास पांडेय, एसीपी प्रतीक कुमार, बीडीओ छोटेलाल तिवारी, एसडीओ शुभम जैन, बीईओ विनोद मिश्रा समेत अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।