अटल जी की शताब्दी वर्ष पर भाजपा के रोहनिया स्थित जिला कार्यालय में सजी 'वाजपेयी जी' की स्मृतियों की प्रदर्शनी

वाराणसी। ‘भारत रत्न’ एवं पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म शताब्दी वर्ष के अवसर पर उनके विराट व्यक्तित्व और राष्ट्रसेवा से जुड़े जीवन-वृत्त को समर्पित एक भव्य प्रदर्शनी का आयोजन भारतीय जनता पार्टी के जिला कार्यालय रोहनियां केशरीपुर में किया गया। प्रदर्शनी में अटल जी के संघर्ष, विचार और सुशासन के आदर्शों को चित्रों के माध्यम से प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया गया।
 

वाराणसी। ‘भारत रत्न’ एवं पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म शताब्दी वर्ष के अवसर पर उनके विराट व्यक्तित्व और राष्ट्रसेवा से जुड़े जीवन-वृत्त को समर्पित एक भव्य प्रदर्शनी का आयोजन भारतीय जनता पार्टी के जिला कार्यालय रोहनियां केशरीपुर में किया गया। प्रदर्शनी में अटल जी के संघर्ष, विचार और सुशासन के आदर्शों को चित्रों के माध्यम से प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया गया।

जिला अध्यक्ष ने किया प्रदर्शनी का उद्घाटन
प्रदर्शनी का उद्घाटन विधान परिषद सदस्य एवं भाजपा जिला अध्यक्ष हंसराज विश्वकर्मा ने फीता काटकर किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी का जीवन राष्ट्रसेवा, लोकतांत्रिक मूल्यों और सुशासन का जीवंत उदाहरण है, जिससे कार्यकर्ताओं और युवाओं को निरंतर प्रेरणा मिलती रहेगी।

जनसंघ से प्रधानमंत्री तक की यात्रा का सजीव चित्रण
प्रदर्शनी में लगाए गए चित्र अटल जी के जनसंघ काल से लेकर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और फिर प्रधानमंत्री बनने तक की राजनीतिक यात्रा को दर्शाते हैं। साथ ही प्रधानमंत्री रहते हुए उनके द्वारा किए गए जनकल्याणकारी कार्यों, राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े ऐतिहासिक निर्णयों और विकास योजनाओं को भी प्रभावी रूप से प्रदर्शित किया गया है।

कार्यकर्ताओं में दिखा उत्साह
कार्यक्रम संयोजक भाजपा जिला उपाध्यक्ष दिनेश मौर्या ने बताया कि प्रदर्शनी का उद्देश्य अटल जी के विचारों को नई पीढ़ी तक पहुंचाना है। कार्यक्रम में भाजपा जिला महामंत्री प्रवीण सिंह गौतम, संजय सोनकर, अरविंद प्रधान, जिला मंत्री उषा मौर्या, अश्वनी पांडेय सहित अनेक पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

अटल विचारों को आगे बढ़ाने का संकल्प
प्रदर्शनी के माध्यम से कार्यकर्ताओं ने अटल बिहारी वाजपेयी के सुशासन, संवेदना और राष्ट्रनिर्माण के विचारों को आत्मसात करने का संकल्प लिया। कार्यक्रम ने एक बार फिर यह संदेश दिया कि अटल जी केवल एक राजनेता नहीं, बल्कि विचार और आदर्श की स्थायी प्रेरणा हैं।