रामनवमी की पूर्व संध्या पर डाक विभाग ने जारी किया रामायण पर विशेष आवरण, पोस्टमास्टर बोले – राम समस्त विश्व के आदर्श हैं
वाराणसी। रामनवमी की पूर्व संध्या पर भारतीय डाक विभाग एवं प्रयाग फिलाटेलिक सोसाइटी तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में वाराणसी एवं प्रयागराज परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने ‘रामनवमी’ पर एक विशेष आवरण व विरूपण का विमोचन किया। प्रयागराज प्रधान डाकघर के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में इस विशेष आवरण पर 'रामायण’ पर जारी डाक टिकट लगाकर धनुष के चित्र के साथ इसका विरूपण किया गया। इस दौरान निदेशक गौरव श्रीवास्तव, प्रवर अधीक्षक डाकघर अभिषेक श्रीवास्तव, प्रयाग फिलाटेलिक सोसाइटी के अध्यक्ष प्रमोद कुमार बंसल और सचिव राहुल गांगुली भी उपस्थित रहे।
बतौर मुख्य अतिथि अपने सम्बोधन में पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि भगवान राम हमारे आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक मूल्यों की अभिव्यक्ति करते हैं। मानव इतिहास में राम-कथा की जितनी व्याप्ति है, शायद ही उसका कोई अन्यत्र उदाहरण मिलता हो। प्रयागराज से भी भगवान राम का गहरा नाता रहा है। वनवास पश्चात् जब राम सीता माता और लक्ष्मण जी के साथ अयोध्या से निकले तो प्रयागराज में निषादराज ने उन्हें अपनी नाव से गंगा पार कराया। राम देश के जनमानस में बहुत गहरे व्याप्त हैं।
कहा कि राम का चरित्र सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि कई देशों की सभ्यताओं और संस्कृतियों को प्रभावित करता है। राम मानवीय आचरण, जीवन मूल्यों और आत्मबल के ऐसे मानदण्ड बन गए कि उन्हें मर्यादा पुरुषोत्तम के रूप में स्वीकार किया गया। उनका धार्मिक ही नहीं सामाजिक, साहित्यिक और सांस्कृतिक महत्व भी है। वे सदियों से लोगों की चेतना को स्पंदित करते रहे हैं।
पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि डाक विभाग लोगों को अपनी विरासत और संस्कृति से जोड़ने के लिए तमाम डाक टिकटें और विशेष आवरण जारी करता है। भगवान राम की महिमा डाक टिकटों के माध्यम से भी देश-दुनिया में प्रसारित हो रही है। भारत के साथ-साथ विश्व के 20 से ज्यादा देशों ने रामायण से जुड़े चरित्रों और कथानकों पर समय-समय पर डाक टिकट जारी किये हैं। यानी कि डाक टिकटों पर भी राम राज छाया हुआ है।
इसी क्रम में 'श्रीराम जन्मभूमि मंदिर' से लेकर 'रामायण' के विभिन्न प्रसंगों से जुड़े तमाम डाक टिकटों को भी समाहित किया गया है, ताकि युवा पीढ़ी डाक टिकटों के माध्यम से अपनी संस्कृति से अवगत हो सके। ये डाक टिकट पत्रों पर लगकर विदेशों में भी जायेंगे, जहाँ रामायण की गाथा को लोगों तक फैलाएँगे।
निदेशक डाक सेवाएं गौरव श्रीवास्तव ने कहा कि भगवान राम का चरित्र सर्वव्याप्त और समावेशी है। सत्य, दया, करुणा, धर्म और मर्यादा के मार्ग पर चलते हुए उन्होंने नए प्रतिमान स्थापित किये। प्रवर अधीक्षक डाकघर अभिषेक श्रीवास्तव ने बताया कि राम नवमी पर जारी उक्त विशेष आवरण मय विरूपण 25 रुपए में फिलेटलिक ब्यूरो, प्रयागराज प्रधान डाकघर में उपलब्ध होगा।
इस अवसर पर सीनियर पोस्टमास्टर राजेश श्रीवास्तव, सहायक निदेशक मासूम रजा रश्दी, तनवीर अहमद, उपाधीक्षक प्रमिला यादव सहित तमाम अधिकारी-कर्मचारी और फ़िलेटलिस्ट उपस्थित रहे।