ओलम्पिक : बनारस के बेटे ललित उपाध्याय ने कहा, यह मेरी नहीं आप सभी के प्यार की जीत है

वाराणसी। 52 साल बाद ओलम्पिक गेम्स की हॉकी प्रतिस्पर्धा में लगातार दूसरी बार पदक जीतने की खुशी जहां पूरे देश में है, तो वहीं बनारस के ओलम्पियन ललित उपाध्याय ने भी अपनी जीत की खुशी का इजहार किया है। स्पेन जैसी दमदार टीम को संघर्षपूर्ण मुकाबले में हरा कर कांस्य पदक जीतने पर ललित ने एक्स पर अपनी जीत का श्रेय पूरे देश को दिया है। 
 

वाराणसी। 52 साल बाद ओलम्पिक में हॉकी में लगातार दूसरी बार पदक जीतने की खुशी जहां पूरे में है, वहीं बनारस के ओलम्पियन ललित उपाध्याय ने अपनी जीत की खुशी का इजहार किया है। स्पेन जैसी दमदार टीम को संघर्षपूर्ण मुकाबले में हरा कर कांस्य पदक जीतने पर ललित ने ट्विटर पर अपनी जीत का श्रेय पूरे देश को दिया है। 

ललित ने लिखा है कि हमारे देश के लिए ओलंपिक पदक जीतना एक सपना सच होने जैसा है, और मैं बहुत गर्व और कृतज्ञता से भरा हुआ हूं। यह जीत सिर्फ़ मेरी नहीं है - यह सभी की है, आपके प्यार और समर्थन के लिए धन्यवाद। उल्लेखनीय है कि ओलंपिक में भारतीय टीम ने शानदार प्रदर्शन किया और सेमीफाइनल मुकाबले तक पहुंची। हालांकि रोमांचक मुकाबले में उसे सेमीफाइनल में जर्मनी के हाथों हार झेलनी पड़ी। इसके बाद गुरुवार को टीम ने ब्रोंज मेडल मुकाबले में स्पेन को 2-1 से हराकर पदक हासिल किया।