ज्ञानवापी परिसर के संपूर्ण ASI सर्वे पर आपत्ति, 16 अक्टूबर को होगी सुनवाई, वादी बता चुके हैं सर्वे अधूरा

 
वाराणसी। ज्ञानवापी से जुड़े 1991 के मूल विवाद में गुरुवार को सिविल जज (सीनियर डिवीजन) युगल शंभू की अदालत में सुनवाई की तारीख 16 अक्टूबर तय की गई है। यह सुनवाई लॉर्ड विश्वेश्वरनाथ के वाद मित्र विजय शंकर रस्तोगी द्वारा पूरे परिसर में अतिरिक्त ASI सर्वे की मांग पर आधारित है। इससे पहले 8 अक्टूबर को मुस्लिम पक्ष ने इस याचिका पर आपत्ति दर्ज कराई थी, जिस पर आज वाद मित्र अपना पक्ष पेश करेंगे।

मसाजिद कमेटी ने जताई आपत्ति 

अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी के वकीलों ने कोर्ट में अपनी बहस पूरी कर ली है। उन्होंने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार ज्ञानवापी परिसर का वजूखाना सील है और ASI ने पहले ही शपथ पत्र देकर कहा है कि परिसर की खुदाई से ढांचे को नुकसान नहीं पहुंचेगा। कमेटी ने तर्क दिया कि यदि ASI को लगा होता कि जमीन के नीचे कुछ है, तो वह खुदाई की अनुमति के लिए जरूर कोर्ट से आग्रह करता।

वाद मित्र ने बताया ASI सर्वे अधूरा 

लॉर्ड विश्वेश्वरनाथ की ओर से पेश वाद मित्र विजय शंकर रस्तोगी ने ASI सर्वे को अधूरा बताते हुए कहा कि इसमें विधिवत मशीनों का इस्तेमाल नहीं किया गया और कई हिस्से सर्वे से छूट गए हैं। उनका दावा है कि इन क्षेत्रों में खुदाई से महत्वपूर्ण साक्ष्य मिल सकते हैं।

मुस्लिम पक्ष की बहस पूरी होने के बाद कोर्ट ने हिंदू पक्ष को अपना पक्ष रखने के लिए 16 अक्टूबर की तारीख तय की है।