अब बिना कंडक्टर बनारस से गाजीपुर जा रहीं रोडवेज बसें, बीच में नहीं खुलेगा गेट 

उत्तर प्रदेश परिवहन निगम ने महानगरों की तर्ज पर वाराणसी-गाजीपुर रूट पर बिना कंडक्टर की नॉनस्टॉप बस सेवा शुरू की है। यह बस सेवा ट्रायल के तौर पर चलाई जा रही है और यात्रियों को तेज, सुरक्षित और सुविधाजनक यात्रा का अनुभव देने के उद्देश्य से शुरू की गई है।
 

वाराणसी। उत्तर प्रदेश परिवहन निगम ने महानगरों की तर्ज पर वाराणसी-गाजीपुर रूट पर बिना कंडक्टर की नॉनस्टॉप बस सेवा शुरू की है। यह बस सेवा ट्रायल के तौर पर चलाई जा रही है और यात्रियों को तेज, सुरक्षित और सुविधाजनक यात्रा का अनुभव देने के उद्देश्य से शुरू की गई है।

बस वाराणसी के कैंट बस स्टेशन से शुरू होकर गाजीपुर डिपो तक बिना रुके चलती है। यात्रियों के चढ़ने के बाद बस के दरवाजे बंद कर दिए जाते हैं और यह यात्रा के दौरान किसी भी स्टॉप पर नहीं रुकती। यह सेवा दोनों जिलों को बाईपास के माध्यम से जोड़ती है और करीब ढाई घंटे में सफर पूरा करती है।

क्षेत्रीय प्रबंधक परशुराम पांडेय ने बताया कि इस रूट पर हर एक घंटे में एक बस उपलब्ध होगी। यह सेवा विशेष रूप से पूर्वांचल के व्यापारियों को ध्यान में रखते हुए शुरू की गई है, जो वाराणसी के थोक बाजार आते हैं। इससे उनके समय की बचत होगी। 

यात्रा का किराया 150 रुपये निर्धारित किया गया है। बिना कंडक्टर के चलने वाली इस बस सेवा का संचालन सुचारू रूप से सुनिश्चित करने के लिए विशेष प्रबंधन किया गया है। यदि यह ट्रायल सफल होता है, तो इस मॉडल को अन्य रूटों पर भी लागू किया जा सकता है।