वाराणसी से अब काबा के लिए सीधी उड़ान, हज यात्रियों को होगी सहूलियत
वाराणसी। बाबतपुर एयरपोर्ट से विमान हज यात्रियों को लेकर अब काबा के लिए सीधी उड़ान भरेंगे। इसके लिए केंद्र और प्रदेश सरकार ने सहमति दे दी है। इससे हज यात्रियों को सहूलियत होगी। भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा की काशी क्षेत्र की क्षेत्रीय मंत्री हुमा बानो ने इसके लिए पीएम और सीएम को कई बार पत्र और ईमेल के जरिये अवगत कराया था। इस पर संज्ञान लेते हुए सरकार ने मंजूरी दे दी है।
क्षेत्रीय मंत्री ने बताया कि 2007 से वाराणसी से हज हेतु काबा की सीधी उड़ान भारत सरकार ने शुरू की थी। जिससे पूर्वांचल के मुस्लिम समाज के लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई थी। परन्तु वैश्विक महामारी कोविड-19 बीमारी के कारण वर्ष 2020 में पूरे विश्व में हवाई यात्रा पर रोक लगा दी गई थी। इसी कारण भारत सरकार ने हज यात्रा को भी रद्द कर दिया गया था। कोविड का प्रकोप जब कम हुआ तो हज यात्रा को पुनः तमाम सावधानियों को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार ने चालू कर दिया। यूपी के हाजियों को हज पर भेजने हेतु लखनऊ एयरपोर्ट का चयन किया गया था। लखनऊ से काबा की उड़ान की व्यवस्था थी। इससे वाराणसी व आस पास के जिलों के या यूं कहे की पूरे पूर्वांचल के मुस्लिम समाज के लोगों को हज के सफर पर जाने के लिए लखनऊ एयरपोर्ट जाना पड़ता था। इससे काफी असहजता व मुश्किलों का सामना करना पड़ता था।
वाराणसी व आस पास जिलों के मुस्लिम समाज के लोगों की परेशानियों को देखते हुए भाजपा नेत्री ने वाराणसी से पुनः काबा की सीधी उड़ान सेवा चालू करवाने का प्रयास किया। साथ ही वाराणसी को पुनः हज सेंटर बनाने की मांग की। समय समय प्रधानमंत्री, केन्द्रीय मंत्रियों, राज्य मंत्रियों व भाजपा पदाधिकारियों से पत्र माध्यम से वाराणसी मे हज सेंटर या वाराणसी से काबा हेतु सीधी उड़ान सेवा पुनः चालू करवाने का आग्रह करती रहीं। जिससे पूर्वांचल के मुस्लिम समाज के लोगों को हज यात्रा पर जाने हेतु वाराणसी से काबा की सीधी उड़ान प्राप्त हो सके। इसी क्रम में वरिष्ठ भाजपा नेत्री हुमा बानो द्वारा भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी व उ प्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी को भी पूर्वांचल के मुस्लिम समाज की इस समस्या को पत्र माध्यम से अवगत कराया गया।प्रधानमंत्री कार्यालय व मुख्यमंत्री कार्यालय से वाराणसी से काबा हज हेतु सीधी उड़ान करने का आदेश सम्बंधित अधिकारियों को प्रेषित किया गया है। इससे मुस्लिम समाज के लोगों में खुशी है।