पासपोर्ट वेरिफिकेशन के लिए नहीं काटने होंगे थाने के चक्कर, AI का होगा इस्तेमाल, समय की होगी बचत 

पासपोर्ट के लिए होने वाले पुलिस वेरिफिकेशन के लिए दस्तावेजों की स्कैनिंग में अब एआई का इस्तेमाल किया जाएगा। ऐसे में काम जल्दी पूरा होगा। वहीं एक माह की बजाय 15 दिनों में ही पासपोर्ट बनकर लोगों तक पहुंच जाएगा। ऐसे में लोगों को थाने के चक्कर भी नहीं काटने होंगे। विदेश मंत्रालय एआई तकनीक के इस्तेमाल की योजना बना रहा है। 
 

वाराणसी। पासपोर्ट के लिए होने वाले पुलिस वेरिफिकेशन के लिए दस्तावेजों की स्कैनिंग में अब एआई का इस्तेमाल किया जाएगा। ऐसे में काम जल्दी पूरा होगा। वहीं एक माह की बजाय 15 दिनों में ही पासपोर्ट बनकर लोगों तक पहुंच जाएगा। ऐसे में लोगों को थाने के चक्कर भी नहीं काटने होंगे। विदेश मंत्रालय एआई तकनीक के इस्तेमाल की योजना बना रहा है। 

सरकार पासपोर्ट प्रक्रिया को लगातार आसान और तेज बना रही है। इसी क्रम में अब पासपोर्ट आवेदन पत्र और उसके साथ जमा दस्तावेजों जैसे आधार कार्ड, जन्म प्रमाणपत्र और पते के प्रमाण को एआई के जरिये स्कैन किया जाएगा। इसके अलावा एआई की मदद से पुलिस सत्यापन की प्रक्रिया को भी तेज किया जा रहा है। इससे आवेदकों को पहले की तुलना में कम समय में पासपोर्ट मिलने लगा है।

पूर्वांचल क्षेत्र में पासपोर्ट बनवाने की प्रक्रिया अब पहले से अधिक सरल हो गई है। जहां पहले पुलिस वेरिफिकेशन में एक महीने तक का समय लग जाता था, वहीं अब 15 दिनों के भीतर पासपोर्ट जारी किया जा रहा है। यह बदलाव खासकर उन लोगों के लिए राहत की बात है जो समय की कमी के चलते लंबे इंतजार से परेशान रहते थे।