ना सिंघम ना चुलबुल पांडेय, वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस के रियल हीरो हैं इंस्पेक्टर अंजनी पांडेय

वाराणसी। फिल्मों में सिंघम और चुलबुल पांडेय भले ही सुपर कॉप की भूमिका में नजर आते हों मगर जब बात रियल लाइफ के जांबाज की होती है तो यूपी पुलिस में कई नाम ऐसे हैं जिन्होंने अपने कार्यों से ना सिर्फ डिपार्टमेंट का मान बढ़ाया, बल्कि जनता के बीच खाकी की छवि को भी गौरवान्वित किया है। ऐसे ही रियल सुपर कॉप हैं वाराणसी के सर्विलांस सेल में तैनात इंस्पेक्टर अंजनी पांडेय। 
 

वरिष्ठ पत्रकार अरशद आलम की कलम से 

वाराणसी। फिल्मों में सिंघम और चुलबुल पांडेय भले ही सुपर कॉप की भूमिका में नजर आते हों मगर जब बात रियल लाइफ के जांबाज की होती है तो यूपी पुलिस में कई नाम ऐसे हैं जिन्होंने अपने कार्यों से ना सिर्फ डिपार्टमेंट का मान बढ़ाया, बल्कि जनता के बीच खाकी की छवि को भी गौरवान्वित किया है। ऐसे ही रियल सुपर कॉप हैं वाराणसी के सर्विलांस सेल में तैनात इंस्पेक्टर अंजनी पांडेय। 

लाइमलाइट और प्रचार प्रसार से दूर रहने वाले वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस के सर्विलांस सेल प्रभारी अंजनी कुमार पांडेय अपनी टीम के साथ टेक्नोलॉजी का उपयोग करते हुए अपराधियों के लिए काल बने हुए हैं। अंजनी और उनकी टीम अब तक दर्जनों हाई प्रोफाइल और ब्लाइंड केस के खुलासे में अहम भूमिका निभा चुके हैं। 

दरअसल, परदे के पीछे रहकर फ्रंट की टीमों को निर्देशित करने वाले अंजनी पांडेय साइबर क्राइम फील्ड में जबरदस्त पकड़ रखते हैं और यही कारण है कि उनके रहते वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस को जल्दी किसी मामले में विफल नही होना पड़ा है। 

फिर चाहे वो मलदहिया में 2 करोड़ की ठगी वाला कांड हो, या फिर नरिया पर मां-बेटी की हत्या का ब्लाइंड मर्डर केस। या चाहे पेपर लीक का मामला ही क्यों न हो, हर मामले में अंजनी पांडेय ने बाजी जीती है। अभी एक दिन पहले ही वाराणसी में जिस बच्चा चोर गिरोह के सिंडिकेट का वाराणसी पुलिस ने खुलासा किया है उसके भी असली निर्देशक अंजनी पांडेय ही हैं। फिलहाल वाराणसी पुलिस इस बच्चा चोर गिरोह के पूरे नेटवर्क को नेस्तनाबुद करने की मुहिम में जुटी हुई है। बता दें कि वाराणसी से पहले अंजनी कुमार पांडेय राजधानी लखनऊ के वीआईपी थाने हजरतगंज समेत कई थानों की कमान संभाल चुके हैं।