विकसित भारत का संदेश देने दो दिवसीय दौरे पर काशी आएंगे मैडिटेशन गुरु श्रीश्री रविशंकर, महिलाओं, युवाओं व बुद्धिजीवियों से करेंगे संवाद

 
वाराणसी। दो दिवसीय दौरे पर मैडिटेशन गुरु श्रीश्री रविशंकर शुक्रवार को काशी आएंगे। इस दौरान वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकसित भारत संकल्प का सन्देश देंगे। साथ ही विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होकर बुद्धजीवियों व युवाओं से चर्चा करेंगे। इसकी जानकारी आर्ट ऑफ़ लिविंग के सदस्य रितेश जैन ने दी।

रितेश जैन ने गुरुवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि गुरुदेव रविशंकर काशी में दो दिनों तक आध्यात्मिक यात्रा करेंगे। इसके अलावा वह विकसित भारत एम्बेसडर कार्यक्रम के अंतर्गत चार कार्यक्रमों में शामिल होंगे। बताया कि गुरुदेव एक दशक बाद काशी आ रहे हैं। 

बताया कि शुक्रवार की शाम बीएचयू के स्वतंत्रता भवन में विकसित भारत युवा संवाद कार्यक्रम में शामिल होंगे। इस सभा 2 हजार से अधिक छात्र, शिक्षाविद और संकाय सदस्य शामिल होंगे। इसके साथ ही एक्टर विक्रांत मैसी के साथ भी एक विशेष चर्चा करेंगे। इस चर्चा में कई औरत विषयों के साथ-साथ आज के युवाओं के लिए महत्वपूर्ण विषयों जैसे विकसित भारत, आध्यात्मिकता, मानसिक और शारीरिक कल्याण, विपरीत परिस्थितियों में सहनशक्ति, मतदान का महत्व और दूसरों के बीच में जिम्मेदार नागरिकता के सार पर प्रकाश डाला जाएगा। इसके बाद गुरुदेव शाम को दशाश्वमेध घाट पर गंगा आरती में शामिल होंगे और अगले दिन काशी विश्वनाथ का दर्शन करते हुए घाट भ्रमण करेंगे व गंगा में नाव की सैर करेंगे। 

श्री रविशंकर काशी विश्वनाथ धाम के त्रयम्बकेश्वर हाल में 300 से अधिक महिलाओं की सभा को संबोधित करेंगे। यहां वह महिला सशक्तिकरण के साथ ही विभिन्न व्यवसायिक और घरेलू मुद्दों पर चर्चा करेंगे। इसके अलावा वह काशी के बुद्धजीवियों व विभिन्न वर्ग के लोगों से बातचीत करेंगे और उन्हें मानसिक कल्याण और आध्यात्मिकता से संबंधित विषयों पर निर्देश देंगे। 

इसके बाद वह शनिवार की शाम सम्पूर्णानंद यूनिवर्सिटी में आयोजित कार्यक्रम ‘एन इवनिंग ऑफ़ म्यूजिक एंड मैडिटेशन विथ विक्सित भारत अम्बेसडर’ कार्यक्रम में शामिल होंगे। इस कार्यकर्म में उनके साथ 10 हजार से अधिक लोग उपस्थित रहेंगे। इसके अलावा इस कार्यक्रम में विक्रांत मैसी, गुरदास मान और अनुराधा पौंडवाल जैसी मशहूर हस्तियां भी शामिल होंगी। इस कार्यक्रम में गुरुदेव रविशंकर दर्शकों से जुड़ेंगे और विकसित भारत और आध्यात्मिकता के दृष्टिकोण पर प्रकाश डालेंगे।