गंगा में मिनी क्रूज संचालन के विरोध में मांझी समाज, बोले, हमारे रोजी-रोटी पर आ जाएगा संकट, लाइसेंस न दे नगर निगम
वाराणसी। मां गंगा निषादराज सेवा न्यास के सदस्यों ने गंगा नदी में मिनी क्रूज और मोटर बोट के संचालन का कड़ा विरोध किया है। रामनगर घाट से लेकर आदिकेशव घाट तक नाव और मोटर बोट संचालन से अपनी आजीविका कमाने वाले मांझी समाज का कहना है कि उनका जीवनयापन पूरी तरह से नाव संचालन पर निर्भर है। यदि मिनी क्रूज का संचालन शुरू हुआ तो उनकी रोजी-रोटी पर संकट आ जाएगा। इसलिए नगर निगम क्रूज के लिए लाइसेंस न दे।
कहा कि हाल के दिनों में कुछ लोगों द्वारा गंगा में मिनी क्रूज और मोटर बोट के संचालन का प्रयास किया जा रहा है, जिससे मांझी समाज की आजीविका पर गहरा संकट मंडरा रहा है। 14 अक्टूबर को आदिकेशव घाट से एक मिनी क्रूज शुरू करने का प्रयास किया गया, जिसका समाज के लोगों ने कड़ा विरोध किया। उनका कहना है कि यह कदम नाविकों की रोजी-रोटी छीनने के समान है, जिसे किसी भी स्थिति में स्वीकार नहीं किया जाएगा।
क्रूज संचालक का दावा है कि वह नगर निगम वाराणसी से लाइसेंस प्राप्त करेगा, लेकिन मांझी समाज के सदस्यों ने मांग की है कि नगर निगम किसी भी हालत में इस लाइसेंस को जारी न करे। उन्होंने अपने कोषाध्यक्ष बाबू साहनी के नेतृत्व में प्रशासन से अपील की है कि नगर निगम वाराणसी को इस बारे में सूचित कर अवैध क्रूज संचालन पर रोक लगाई जाए। मांझी समाज ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी रोजी-रोटी पर संकट आता है, तो वे आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। इस संबंध में मंत्री विनोद साहानी, पप्पू निषाद, पप्पू साहानी, राकेश साहानी, राले शकुमार साहनी और विशाल साहानी द्वारा पत्राचार किया गया है।