पार्सल के नाम पर ‘डिजिटल अरेस्ट’ कर व्यक्ति से ठगे 10 लाख, साइबर पुलिस ने एक महीने के भीतर कराया वापस, पीड़ित बोला – थैंक्यू

 
वाराणसी। कमिश्नरेट के साइबर थाने की पुलिस का गुडवर्क सामने आया है। पुलिस ने डिजिटल फ्रॉड के नाम पर व्यक्ति से किए गए फ्रॉड के 10 लाख रुपए को उसके खाते में एक महीने के भीतर वापस कराया है। पीड़ित ने पुलिस का धन्यवाद व्यक्त किया है। 

जानकारी के मुताबिक, चितईपुर थाना क्षेत्र के सुसवाही के रहने वाले राम नरेश सिंह से बीते 9 मई को Fedex  डिलीवरी कंपनी के नाम से कॉल आया। जिसमें कॉलर ने वादी के नाम से पार्सल  होने की बात कहके वादी के Call  को कथित Cyber Crime Mumbai  को ट्रांसफर किया।  इस दौरान वादी को डरा कर बैंक वेरीफाई  करने के नाम पर 10,47,808 रूपये अपने अकाउंट में ट्रांसफर करा लिए गए। इस संबंध में पीड़ित ने 13 मई को पुलिस से शिकायत दर्ज कराई थी।

जिसके बाद साइबर क्राइम थाने की पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए संबंधित बैंक के नोडल अधिकारी जिस खाते में पैसा गया था, से साइबर तकनीकी व ट्रिक का प्रयोग करते हुए लगातार प्रभावी पत्राचार व वार्तालाप करते हुए संपूर्ण धनराशि-10,47,808 रूपये मंगाकर बेनिफिसियरी खाते को सीज कराया गया था। इसके बाद कोर्ट के आदेश पर बैंक के अधिकारियों व साइबर पुलिस ने पीड़ित व्यक्ति का पूरा पैसा उसे  वापस कराया। इस पूरे प्रकरण में साइबर थाना प्रभारी विजय नारायण मिश्र, निरीक्षक राकेश कुमार गौतम, हेड कांस्टेबल/टेक्निकल एक्सपर्ट श्याम लाल गुप्त की भागीदारी रही।