युवक ने गलती से पी लिया बाथरूम साफ करने वाला तेजाब, बीएचयू के चिकित्सकों ने जटिल आपरेशन कर बचाई जान
वाराणसी। देवरिया निवासी 23 वर्षीय युवक ने गलती से बाथरूम साफ करने वाला तेजाब पी लिया। इससे उसका मुंह व आहार नलिका जल गई। इसकी वजह से उसके लिए कुछ भी खाना-पीना मुश्किल हो गया। बीएचयू के सर्जरी विभाग के चिकित्सकों ने जटिल सर्जरी कर उसकी जान बचाई। करीब पांच घंटे की सर्जरी के बाद सफलता मिली।
तेजाब पीने के बाद युवक का मुंह और आहार नली बुरी तरह जल गई थी। मरीज को जलने के छाले ठीक होने के बाद आहार नली में जबरदस्त सिकुड़न हो गई थी। यह सिकुड़न इतनी थी की खाना तो दूर मरीज अपना लार भी नही निगल पाता था और उसका वजन तेजी से घटने लगा। ऐसी स्थिति में मरीज ने अपने पिता के साथ बीएचयू के सर्जरी विभाग के प्रो. विवेक श्रीवास्तव से संपर्क किया। बीमारी की जटिलता और मरीज के गिरते स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए मरीज को तत्काल भर्ती किया गया और पोषण की कमी को पूरा करने के बाद दूरबीन विधि द्वारा ऑपरेशन कर नई आहार नली को गले और पेट में जोड़ा गया। ऑपरेशन प्रो. मुमताज अंसारी और प्रो. विवेक श्रीवास्तव ने संयुक्त रूप से किया।
ऑपरेशन की जानकारी साझा करते हुए प्रो विवेक श्रीवास्तव ने बताया कि यह ऑपरेशन तकरीबन 5 घंटे चला। इसे दूरबीन के जरिये बड़ी आंत को काट कर सीने से गले तक ले जाकर गले में स्वस्थ आहार नली से जोड़ दिया गया। प्रो. मुमताज ने कहा कि यह ऑपरेशन अपने आप में बहुत जटिल है। अब दूरबीन की बेहतर सेवा और कौशल की वजह से इसे डॉक्टरों की टीम द्वारा बिना लंबा चीरा लगाए सफलता पूर्वक किया गया। इसके श्रेय टीम के हर सदस्यों को जाता है। ऑपरेशन में सर्जरी विभाग के डॉ अरविंद के साथ एनेस्थीसिया के प्रो रामबदन सिंह ने सहयोग दिया।
चिकित्सकों की टीम में डॉ अक्षय, डॉ जूली, डॉ शिवेंदु, डॉ आदि, डॉ हिमांशु राज, डॉ ऋतिक,डॉ उज्जवल, डॉ आशीष, डॉ महेंद्र और डॉ प्रतीक के साथ नर्सिंग ऑफिसर दिनेश सैनी, अपराजिता, पृथा मजूमदार और तकनीकी सहयोगी अविनाश ने सहयोग दिया। गैस्ट्रो मेडिसिन के डॉ देवेश यादव और कार्डियो थोरेसिक के डॉ नरेंद्र कुमार दास का विशेष योगदान ऑपरेशन में मिला।