योगीराज में मिट्टी में मिल गए माफिया, उद्योग-धंधे बने पूर्वांचल की पहचान
वाराणसी। साल 2023 पूर्वांचल के युवाओं के लिए नौकरियां देने वाला वर्ष रहा। योगी सरकार नौकरियां देने युवाओं के शहर तक पहुंच रही है। वाराणसी में मेगा रोजगार मेले के जरिए लगभग 14000 से अधिक युवाओं को इस वर्ष तक रोजगार मिला। इसमें महिलाएं और दिव्यांगजन भी शामिल हैं। मेलों के जरिये युवाओं को विदेशों में भी रोजगार का मौका मिला। वाराणसी क्षेत्रीय सेवायोजन कार्यालय की ओर से आयोजित रोजगार मेले में देश की नामी गिरामी कंपनियों के साथ ही मल्टीनेशनल कंपनियों ने भी पूर्वांचल के टैलेंट को परखा और जॉब ऑफर दिया है।
युवाओं को नौकरी खोजने के लिए शहर से दूर नहीं भटकना पड़ा। नौकरी देने वाले खुद उनके पास आ रहे हैं और प्रतिभा के आधार पर चयन कर रहे हैं। वाराणसी क्षेत्रीय सेवायोजन कार्यालय के रोजगार मेला प्रभारी दीप सिंह ने बताया कि वाराणसी में वर्ष 2023 में 21 रोजगार मेले का आयोजन हुआ, जिसमे 14398 युवाओं को जॉब मिला। रोजगार मेलों में देश की प्रतिष्ठा कंपनियों के साथ ही बहुराष्ट्रीय कंपनियों ने प्रतिभाग किया।
वर्ष 2023 में मेले और रोजगार
रोजगार मेलों की संख्या -21
- कंपनियों की संख्या -800
- प्रतिभागी अभ्यर्थियों की संख्या -35,563
- चयनित पुरुष अभ्यर्थियों की संख्या-13,344
- चयनित महिला अभ्यर्थियों की संख्या-1045,
-चयनित दिव्यांगजन अभ्यर्थियों की संख्या- 9
पूर्वांचल की पहचान अब माफिया-गुंडों से नहीं, बल्कि उद्योग धंधों से होने लगी है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जीरो टॉलरेंस की नीति, कानून व्यवस्था , सुगम परिवहन ने उत्तर प्रदेश में कारोबारियों को अच्छा माहौल दिया है, जिससे वाराणसी में उद्योग धंधे तेजी से बढ़ने लगे है। देश की नामी गिरामी कंपनियां अब उत्तर प्रदेश में खुद आकर टैलेंट खोज रही हैं। इससे पूर्वांचल में रोजगार के अवसर लगातार बढ़ते जा रहे हैं।