काशी के ऐतिहासिक स्थलों पर लाइट एंड साउंड शो, सांस्कृतिक विरासत को तकनीकी से मिलेगा नया आयाम

काशी की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहरों के संरक्षण और संवर्धन को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार ने कमर कस ली है। प्रदेश के स्टांप एवं न्यायालय पंजीयन शुल्क राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविन्द्र जायसवाल ने शनिवार को सर्किट हाउस में अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि काशी की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को न केवल संरक्षित किया जाएगा, बल्कि आधुनिक तकनीक के माध्यम से उसका व्यापक प्रचार-प्रसार भी किया जाएगा।
 

वाराणसी। काशी की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहरों के संरक्षण और संवर्धन को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार ने कमर कस ली है। प्रदेश के स्टांप एवं न्यायालय पंजीयन शुल्क राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविन्द्र जायसवाल ने शनिवार को सर्किट हाउस में अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि काशी की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को न केवल संरक्षित किया जाएगा, बल्कि आधुनिक तकनीक के माध्यम से उसका व्यापक प्रचार-प्रसार भी किया जाएगा।

राज्य मंत्री ने बताया कि काशी की ऐतिहासिक स्थलों पर अत्याधुनिक लाइट एंड साउंड सिस्टम स्थापित किए जाएंगे, जिससे पर्यटकों को शहर की सांस्कृतिक गहराई को समझने में सहायता मिलेगी। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर, अर्दली बाजार स्थित एलटी कॉलेज (जो स्वामी विवेकानंद की स्मृतियों से जुड़ा है) जैसे स्थलों पर विशेष रूप से यह तकनीक लागू की जाएगी। इन स्थलों पर दर्शनीयता बढ़ाने के लिए योजनाबद्ध तरीके से कार्य योजना तैयार कर आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।

मंडलायुक्त एस. राजलिंगम, जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार, वीडीए उपाध्यक्ष पुलकित गर्ग, नगर आयुक्त अक्षत वर्मा की मौजूदगी में आयोजित बैठक में तय किया गया कि काशी से जुड़ी समस्त सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक वस्तुओं को एक समर्पित हाल (गैलरी) में प्रदर्शित किया जाएगा, जहां आने वाले देशी-विदेशी पर्यटक काशी के गौरवशाली अतीत की जानकारी हासिल कर सकेंगे। राज्य मंत्री जायसवाल ने पार्षदों द्वारा उठाई गई स्थानीय समस्याओं को भी गंभीरता से सुना और तत्काल समाधान हेतु अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने साफ कहा कि समस्याओं के समाधान में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

शहरी क्षेत्रों में बिजली के लटकते तारों और जर्जर पोल की समस्याओं पर विशेष ध्यान देते हुए मंत्री ने बिजली विभाग के मुख्य अभियंता को निर्देशित किया कि ऐसी समस्याओं का शीघ्र समाधान किया जाए। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि बिजली व्यवस्था के लिए बजट की कोई कमी नहीं है। इसके साथ ही मंत्री ने शहर की जाम की समस्या को लेकर भी अधिकारियों के साथ व्यापक चर्चा की और विभिन्न संभावित समाधान बिंदुओं पर सुझाव आमंत्रित किए। बैठक में पार्षदगणों के साथ-साथ आयुष जायसवाल, अमिताभ भट्टाचार्य, आलोक पारिख, प्रदीप सिंह समेत कई गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।