श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में 11 जगहों पर लगाए गए एलईडी टीवी स्क्रीन, अब तक 18 करोड़ श्रद्धालुओं ने बाबा दरबार में लगाई हाजिरी

 

वाराणसी। काशी विश्वनाथ मंदिर, जिसे "मोक्ष की नगरी" वाराणसी का हृदय कहा जाता है, आज वैश्विक आध्यात्मिकता का प्रतीक बन चुका है। यह मंदिर न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है बल्कि भारत की सांस्कृतिक विरासत का जीता-जागता उदाहरण भी है।

18 करोड़ श्रद्धालुओं ने रचा नया इतिहास

13 दिसंबर 2021 को काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के उद्घाटन के बाद से मंदिर ने श्रद्धालुओं की संख्या में ऐतिहासिक वृद्धि देखी है। 25 नवंबर 2024 तक देश-विदेश से लगभग 18 करोड़ श्रद्धालुओं ने दर्शन पूजन किया, जिसमें 139 देशों के नागरिक शामिल हैं। यह मंदिर के महत्व और इसकी बढ़ती लोकप्रियता का प्रमाण है।

श्रद्धालुओं के लिए बेहतर सुविधाएं

काशी विश्वनाथ मंदिर और एक्सिस बैंक के सहयोग से मंदिर परिसर में 11 स्थानों पर एलईडी टीवी स्क्रीन लगाई गई हैं। इन स्क्रीन पर श्रद्धालु बाबा विश्वनाथ के लाइव दर्शन, आरती, और अन्य धार्मिक कार्यक्रम देख सकते हैं।

एलईडी टीवी निम्न स्थानों पर लगाए गए हैं:

1.    गेट नंबर 4 पर दो

2.    हनुमान मंदिर के समीप एक

3.    मंदिर चौक परिसर में दो

4.    नंदू फेरिया प्रवेश द्वार पर एक

5.    YSK 1 और 2 पर एक-एक

6.    गंगा द्वार पर एक

7.    कॉरिडोर में बैंक शाखा के पास एक

धार्मिक और सांस्कृतिक शिक्षा का माध्यम

ये स्क्रीन केवल लाइव दर्शन तक सीमित नहीं हैं; इन्हें भक्तों को काशी और हिंदू धर्म की सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत से परिचित कराने के उद्देश्य से भी इस्तेमाल किया जा रहा है। इससे दूर-दराज से आए भक्त मंदिर के विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों का हिस्सा बन पाते हैं और ज्ञान अर्जित कर सकते हैं।

वैश्विक स्तर पर बढ़ती ख्याति

139 देशों से भक्तों का आना यह दर्शाता है कि काशी विश्वनाथ मंदिर अब केवल भारत के लिए नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए एक प्रेरणास्रोत बन गया है। यह वाराणसी को वैश्विक आध्यात्मिकता के मानचित्र पर और भी मजबूती से स्थापित करता है। काशी विश्वनाथ मंदिर अपने नए कीर्तिमानों और भव्यता के साथ आस्था, संस्कृति, और विकास का एक अद्वितीय संगम बन चुका है।