तहसील में वकील-लेखपाल मारपीट, आक्रोशित अधिवक्ताओं ने पुलिस आयुक्त कार्यालय का किया घेराव, उग्र आंदोलन की दी चेतावनी 
 

सदर तहसील में वकील और लेखपाल के बीच हुई मारपीट के मामले ने जोर पकड़ लिया है। इस घटना से नाराज वकीलों ने सोमवार को जिला मुख्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। मामला शांत कराने के बजाय दोनों पक्षों पर केस दर्ज करने से वकीलों में गहरी नाराजगी देखी गई।
 

वाराणसी। सदर तहसील में वकील और लेखपाल के बीच हुई मारपीट के मामले ने जोर पकड़ लिया है। इस घटना से नाराज वकीलों ने सोमवार को जिला मुख्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। मामला शांत कराने के बजाय दोनों पक्षों पर केस दर्ज करने से वकीलों में गहरी नाराजगी देखी गई।

तहसील में वकील और लेखपाल के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई थी, जो बाद में मारपीट में बदल गई। इस दौरान वकील पक्ष का आरोप है कि लेखपाल ने उनके साथ दुर्व्यवहार और मारपीट की। घटना की सूचना पाकर मौके पर पुलिस पहुंची और दोनों पक्षों पर केस दर्ज कर लिया। इसी कार्रवाई के विरोध में वकीलों का गुस्सा भड़क गया।

मामले को लेकर अधिवक्ता सोमवार को जिला मुख्यालय पहुंचे। यहां उन्होंने पुलिस आयुक्त कार्यालय का घेराव किया और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारे लगाए। प्रदर्शन कर रहे वकीलों का कहना था कि तहसील में मारपीट की घटना के पीछे लेखपाल जिम्मेदार है, लेकिन पुलिस ने निष्पक्ष कार्रवाई करने के बजाय दोनों पक्षों पर मुकदमा दर्ज कर दिया। इससे वकील समाज की छवि धूमिल हुई है और अधिवक्ताओं में आक्रोश है।

वकीलों ने चेतावनी दी कि यदि दोषी लेखपाल को बर्खास्त नहीं किया गया तो आंदोलन और उग्र रूप ले सकता है। अधिवक्ताओं ने एडिशनल पुलिस कमिश्नर को ज्ञापन सौंपते हुए न्यायसंगत कार्रवाई की मांग की। उनका कहना है कि पुलिस प्रशासन को निष्पक्ष रहकर दोषी पर सख्त कदम उठाने चाहिए, न कि दबाव में आकर दोनों पक्षों को समान रूप से जिम्मेदार ठहराना चाहिए।