पेरिस ओलंपिक में बनारस के ललित और गाजीपुर के राजकुमार ने दागा गोल, सेमीफाइनल में पहुंची भारतीय हाकी टीम, परिजन और समर्थक गदगद
वाराणसी। भारतीय हाकी टीम पेरिस ओलंपिक के सेमीफाइनल में पहुंच चुकी है। इसके पीछे वाराणसी के ललित उपाध्याय और गाजीपुर के राजकुमार पाल का अहम योगदान है। दोनों खिलाड़ियों ने आखिरी क्षणों में एक-एक गोल दागकर भारतीय टीम को सेमीफाइनल में प्रवेश दिला दिया। टीवी पर इस अद्भुत पल को देखकर खिलाड़ियों के परिवारवाले भावुक हो गए। वहीं खिलाड़ियों के बेहतरीन प्रदर्शन और उपलब्धि से समर्थक गदगद हैं।
ललित उपाध्याय के पिता सतीष उपाध्याय ने इस उपलब्धि के लिए भारतीय टीम को शुभकामनाएं दी। कहा कि भारतीय हाकी अपने स्वर्णिम दौर से गुजर रही है। ललित के साथ पूरी टीम ने अच्छा खेल दिखाया। इसकी बदौलत भारतीय टीम सेमीफाइनल में पहुंची। इस बार भारत अपने पदक का रंग भी बदलेगा। भारतीय टीम इस बार गोल्ड मेडल जीतकर लाएगी। तय समय तक भारत और ग्रेट ब्रिटेन के एक-एक गोल की बराबरी पर छूटे क्वार्टर फाइनल का फैसला पेनाल्टी शूट से हुआ।
ललित उपाध्याय ने हाकी में अपना करियर यूपी कालेज से शुरू किया था। इसके बाद करमपुर, गाजीपुर में हाकी सीखी। उसके बाद फिर पीछे मुड़कर कभी नहीं देखा। 10 साल के करियर में 162 अंतरराष्ट्रीय मैच खेल चुके हैं। इसमें 44 गोल दाग चुके हैं। उन्होंने पेरिस ओलंपिक में गोल दागकर बनारस के साथ ही देश का नाम रोशन किया। उनके घर में जश्न का माहौल है।