मिट्टी के संकट से जूझ रहे कारीगर, दीपावली पर महंगी बिकेंगी लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमाएं, कारीगरों ने बताई समस्या
वाराणसी। दीपावली का पर्व नजदीक है। कारीगर लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां बनाने में जुटे हुए हैं। हालांकि इस बार गंगा बाढ़ की वजह से कारीगरों को मिट्टी की कमी से जूझना पड़ रहा है। इससे कारीगरों का काम प्रभावित हो रहा है। कारीगरों ने मिट्टी की समस्या बताई। इसकी वजह से दीपावली पर लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियों पर महंगाई की मार भी देखने को मिलेगी।
कारीगर सुरेश कुमार प्रजापति ने बताया कि दीपावली नजदीक है। ऐसे में मूर्ति बनाने में जी-जान से जुटे हुए हैं। उन्होंने मिट्टी की समस्या बताई। बोले, मिट्टी मिलने में बहुत परेशानी हो रही है। पानी बढ़ने की वजह से गंगा से मिट्टी नहीं मिल पा रही है। पहले जो मूर्ति 10 रुपये में बिकती थी। उसे अब 12-15 रुपये में बेचेंगे। बताया कि मिट्टी, रंग, तार सबकुछ महंगा हो गया है। इससे मूर्ति को बनाने में लागत भी बढ़ गई है।
बताया कि अस्सी घाट से चिकनी मिट्टी नहीं मिल पा रही है। पहले भेलूपुर पानी टंकी के पास से मिट्टी लेते थे, लेकिन उसमें काफी कंकड़ होता था। इसलिए उससे बनाने में काफी दिक्कत होती थी। इसलिए अब गंगा की मिट्टी का इस्तेमाल करते हैं। हालांकि अस्सी घाट से मूर्ति नहीं मिल रही है। वहां से मिट्टी लेने पर भगाया जाता है।
उन्होंने बताया कि उनका पूरा परिवार मिट्टी की मूर्तियां बनाने में लगा हुआ है। इसकी सप्लाई स्थानीय के साथ ही पटना-बिहार तक की जाती है। वहां से व्यापारी आकर मूर्तियां ले जाते हैं। कहा कि मैटेरियल और मिट्टी महंगा होने की वजह से इस बार मूर्तियां थोड़ी महंगी बिकेंगी।