कुंवर अनंत नारायण ने पुत्र संग खींचा रथ, रामनगर में रथयात्रा मेले की हुई शुरुआत

रामनगर में दो दिनी रथयात्रा मेले की रविवार को शुरुआत होने के साथ ही रामनगर में मेलों और उत्सवों के पारंपरिक आयोजनों का श्रीगणेश हो गया। शाम साढ़े पांच बजे कुंवर अनंत नारायण सिंह और उनके कनिष्ठ पुत्र प्रद्युम्न नारायण सिंह ने रामबाग पर पारंपरिक रूप से रथ की रस्सी को सांकेतिक रूप से खींच कर रथयात्रा को अयोध्या मैदान के लिए रवाना किया। इसके अलावा राजपरिवार की राजकुमारियों विष्णुप्रिया, हरिप्रिया और कृष्णाप्रिया सहित अन्य सदस्यों ने भी रथ की रस्सी खींचने की रस्म निभाई। 
 

संवाददाता- डा. राकेश सिंह

वाराणसी। रामनगर में दो दिनी रथयात्रा मेले की रविवार को शुरुआत होने के साथ ही रामनगर में मेलों और उत्सवों के पारंपरिक आयोजनों का श्रीगणेश हो गया। शाम साढ़े पांच बजे कुंवर अनंत नारायण सिंह और उनके कनिष्ठ पुत्र प्रद्युम्न नारायण सिंह ने रामबाग पर पारंपरिक रूप से रथ की रस्सी को सांकेतिक रूप से खींच कर रथयात्रा को अयोध्या मैदान के लिए रवाना किया। इसके अलावा राजपरिवार की राजकुमारियों विष्णुप्रिया, हरिप्रिया और कृष्णाप्रिया सहित अन्य सदस्यों ने भी रथ की रस्सी खींचने की रस्म निभाई। 

रामनगर की रथयात्रा के रथ में राधा कृष्ण की मूर्ति विराजमान रहती है। रामनगर में मेलों की शुरुआत रथयात्रा से ही होती है। रथयात्रा के बाद श्री कृष्ण लीला उसके बाद रामलीला का आयोजन होता है। शाम लगभग साढ़े पांच बजे रथयात्रा रामबाग से चली। भक्तों का समूह रथ को खीचते चल रहा था। पीएसी बैंड दल आगे आगे चल रहा था। राजपरिवार के सदस्य भी रथयात्रा के साथ चल रहे थे। लगभग एक घण्टे की यात्रा के बाद रथ रामनगर किला के पास स्थित अयोध्या मैदान पहुंचा। यहां दर्शन पूजन का क्रम शुरू हुआ। कुंवर सहित राज परिवार के अन्य सदस्यों ने भी अयोध्या पहुंच कर ठाकुर जी के दर्शन किए। 

श्रद्धालुओं ने बड़ी संख्या में दर्शन पूजन किया। श्रद्धालुओ ने दर्शन के दौरान शहनाई की धुन का आनंद लिया। अयोध्या मैदान के बाहर रथयात्रा के मौके पर खास तौर से मिलने वाली नानखटाई खरीदने के लिए लोगों में काफी उत्सुकता दिखी।