काशी का ‘लैब मित्रा’ प्रदेश  भर के जिलों के लिए बना माडल, ‘लैब रिपोर्ट’ के नाम से संचालित हो रही पैथालाजी

काशी में शुरू किया गया लैब मित्रा अब प्रदेश भर के जिलों के लिए माडल बन चुका है। प्रदेश के अन्य जिलों में लैब रिपोर्ट के नाम से इनका संचालन किया जा रहा है। वाराणसी में मरीजों को पैथालॉजी जांच और उसकी रिपोर्ट के लिए सरकारी चिकित्सा इकाइयों के चक्कर न लगाना पड़े, इसको देखते हुए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के प्रयास एवं एचडीएफ़सी बैंक तथा थ्री आई कंसल्टिंग संस्था के सहयोग से इसकी शुरूआत एक साल पहले की गई थी। जिलाधिकारी एस राजलिंगम, मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल और मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी के द्वारा किए प्रयासों से काशी में यह मॉडल पूरी तरह से सफल रहा। इसी मॉडल को आधार बनाकर हाल ही में प्रदेश के समस्त जिलों में भी लैब की शुरूआत की गई है। 
 

वाराणसी। काशी में शुरू किया गया लैब मित्रा अब प्रदेश भर के जिलों के लिए माडल बन चुका है। प्रदेश के अन्य जिलों में लैब रिपोर्ट के नाम से इनका संचालन किया जा रहा है। वाराणसी में मरीजों को पैथालॉजी जांच और उसकी रिपोर्ट के लिए सरकारी चिकित्सा इकाइयों के चक्कर न लगाना पड़े, इसको देखते हुए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के प्रयास एवं एचडीएफ़सी बैंक तथा थ्री आई कंसल्टिंग संस्था के सहयोग से इसकी शुरूआत एक साल पहले की गई थी। जिलाधिकारी एस राजलिंगम, मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल और मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी के द्वारा किए प्रयासों से काशी में यह मॉडल पूरी तरह से सफल रहा। इसी मॉडल को आधार बनाकर हाल ही में प्रदेश के समस्त जिलों में भी लैब की शुरूआत की गई है। 


मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी ने बताया कि मरीजों को अपनी पैथालॉजी जांच रिपोर्ट के लिए लाइन में न लगना पड़े, इसके लिए ‘लैब मित्र’ को शुरू किया गया था, जिसका सकारात्मक परिणाम आज पूरे प्रदेश में देखने को मिल रहा है। काशी के इसी मॉडल को अब पूरे प्रदेश में ‘लैब रिपोर्ट’ के नाम से शुरू किया गया है। यह एक सशक्त ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है। जनपद में यह सुविधा समस्त राजकीय चिकित्सालयों व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) समेत 19 चिकित्सा इकाइयों में प्रदान की जा रही है। सीएमओ ने बताया कि सरकारी अस्पतालों की पैथोलॉजी में जांच कराने के बाद अब मरीजों को रिपोर्ट लेने के लिए अगले दिन लाइन में लगने की जरूरत नहीं पड़ रही है। किसी भी प्रकार की जांच हो, उसकी रिपोर्ट मरीज घर पर बैठे अपने मोबाइल पर देख सकते हैं। भीड़ व समय की बचत के लिए यह व्यवस्था संचालित की जा रही है।


सीएमओ ने बताया कि अप्रैल 2023 से लेकर अब तक डेढ़ लाख से अधिक मरीज ‘लैब मित्रा’ रिपोर्ट का लाभ ले चुके हैं। इस पहल पर जनपदवासियों का विश्वास बढ़ा है। सीएचसी में मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई है, जिससे जिले के दूरदराज़ के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के समय और लागत में भी काफी बचत हुई है। सभी सरकारी चिकित्सा इकाइयों पर मौजूद लैब मित्र सुविधा को लेकर समन्वयन बनाए रखने के लिए जिला सलाहकार (तंबाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ) डॉ सौरभ सिंह और प्रोजेक्ट कोओर्डिनेटर आशुतोष सिंह को ज़िम्मेदारी सौंपी गई है।    


प्रोजेक्ट कोओर्डिनेटर आशुतोष सिंह ने बताया कि ‘लैब मित्रा’ पोर्टल का उपयोग करके सरकारी अस्पताल में आने वाले मरीजों को डॉक्टर के पर्चे के अनुसार प्रयोगशाला जांच के लिए पंजीकृत किया जाता है और जांच के बाद, सिस्टम एक ऑनलाइन रिपोर्ट तैयार करता है जो मरीज के फोन नंबर पर टेक्स्ट मैसेज पर एक लिंक प्रारूप में भेजता है। इस लिंक पर क्लिक करने पर मरीज अपनी पूरी लैब टेस्ट रिपोर्ट प्राप्त कर सकता है। इसके अतिरिक्त मरीज भविष्य में भी ‘लैब मित्रा’ के पोर्टल labmitravns.com पर जा कर अपनी रिपोर्ट डाउनलोड कर सकते है। सीएचसी पर जांच कराने के चार घंटे बाद और सरकारी अस्पताल में जांच के 12 घंटे के बाद रिपोर्ट मरीज के फोन नंबर पर चली जाती है।


इन अस्पतालों में सुविधा 
1.    डीडीयू राजकीय चिकित्सालय
2.    एसएसपीजी मंडलीय चिकित्सालय
3.    जिला महिला चिकित्सालय
4.    एलबीएस चिकित्सालय रामनगर
5.    एसवीएम राजकीय भेलूपुर
6.    शहरी सीएचसी दुर्गाकुंड
7.    शहरी सीएचसी सारनाथ
8.    सीएचसी चोलापुर
9.    सीएचसी मिसिरपुर (काशी विद्यापीठ)
10.    सीएचसी हाथी बाजार (सेवापुरी)
11.    सीएचसी नरपतपुर (चिरईगांव)
12.    शहरी सीएचसी चौकाघाट
13.    शहरी सीएचसी काशी विद्यापीठ
14.    सीएचसी गंगापुर (पिंडरा)
15.    सीएचसी अराजीलाइन
16.    शहरी सीएचसी शिवपुर
17.    सीएचसी बिरांवकोट (बड़ागांव)
18.    सीएचसी गाजोखर
19.    सीएचसी फूआरी कला