काशी विश्वनाथ परिषद की बैठक में विकास परियोजनाओं पर चर्चा, रामलीला मंचन ने दर्शकों को मोहा, नवरात्र के तीसरे दिन पूजी गईं मां चंद्रघंटा व विशालाक्षी
वाराणसी। काशी विश्वनाथ विशिष्ट क्षेत्र विकास परिषद की 13वीं बैठक शनिवार को मंडलायुक्त सभागार में संपन्न हुई, जिसकी अध्यक्षता मंडलायुक्त महोदय ने की। बैठक में परिषद के सदस्य सचिव एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण समेत विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।
बैठक में कई महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर विचार किया गया, जिसमें 2023-24 के बजट की समीक्षा और 2024-25 के लिए प्रस्तावित बजट पर चर्चा हुई। साथ ही, सिलको गली में नए द्वार और मंदिर तक CCTV कैमरों की स्थापना, धाम में कैफे के संचालन के लिए ई-निविदा प्रक्रिया, वर्चुअल रियलिटी सेवा, वैदिक केंद्र आवंटन, और ललिता घाट के निकट कैफे निर्माण जैसे कई प्रस्तावों को मंजूरी दी गई। इसके अलावा, सरस्वती फाटक पर CSR के तहत PNB द्वारा बड़ा गेट लगाने का भी अनुमोदन किया गया।
इसी दिन शारदीय नवरात्रि के तीसरे दिन, मंदिर में मां चंद्रघंटा और माता विशालाक्षी की पूजा संपन्न हुई, जहां भगवान विश्वेश्वर को सोलह श्रृंगार और वस्त्र भेंट किए गए। शाम के समय काशी रंगमंच कला परिषद, सिधौना, गाजीपुर द्वारा मंदिर चौक पर रामलीला का भावपूर्ण मंचन हुआ। इस दौरान रामलीला के कई महत्वपूर्ण प्रसंग जैसे लक्ष्मण पर शक्तिघात, कालनेमी वध, संजीवनी द्वारा लक्ष्मण की चिकित्सा, मेघनाद और कुंभकर्ण वध का मंचन किया गया।
संत आचार्य मिथिलेशनंदिनीशरण महाराज का ओजस्वी उद्बोधन भी कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रहा। रामलीला के दूसरे दिन के आयोजन में रावण वध का मंचन किया गया, जिसने श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया। कार्यक्रम में संयोजक कृष्णानंद सिंह और कलाकारों की टीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिसमें यथार्थ मिश्रा ने भगवान राम और नीरज मिश्रा ने रावण की भूमिका अदा की।