देखें तस्वीरें: फूलों की पालकी पर सवार होकर गर्भगृह पहुंचे काशी विश्वनाथ और मां गौरा, भक्ति, उल्लास और परंपरा का दिखा दिव्य संगम

 

वाराणसी। श्री काशी विश्वनाथ धाम में रंगभरी एकादशी का पर्व भव्यता और आध्यात्मिक उल्लास के साथ संपन्न हुआ। इस अवसर पर देवाधिदेव महादेव और माता गौरा की भव्य पालकी यात्रा निकाली गई, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने भाग लिया। पूरे मंदिर परिसर में अबीर-गुलाल की वर्षा और भक्ति संगीत के स्वर गूंजते रहे। काशीवासियों और देशभर से आए श्रद्धालुओं ने इस अनूठे पर्व का साक्षी बनकर स्वयं को सौभाग्यशाली महसूस किया।

रंगभरी एकादशी के अवसर पर श्री काशी विश्वनाथ महादेव एवं माता गौरा का विधिपूर्वक पूजन-अर्चन किया गया। मंदिर न्यास ने परंपरा का निर्वहन करते हुए महादेव और माता गौरा को विशेष वस्त्र, चंदन, भस्म, पुष्प, भोग और मिष्ठान अर्पित किए। प्रातःकाल से ही पूजन-अर्चन के कार्यक्रम प्रारंभ हो गए थे, जिसमें श्रद्धालु पूरे भक्ति भाव से सम्मिलित हुए। मंदिर न्यास की ओर से इस आयोजन को भव्य और सुव्यवस्थित बनाने के लिए हर संभव प्रयास किए गए।

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