काशी के टोटो चालकों ने नगर निगम के पार्किंग स्टैंड और शुल्क का किया बायकॉट, निगम पर अवैध वसूली का लगाया आरोप
अखिल भारतीय ई रिक्शा चालक यूनियन ने मंगलवार को नगर निगम के स्टैंड और पार्किंग के शुल्क का बायकॉट किया। इस बाबत यूनियन के अध्यक्ष प्रवीण काशी ने कहा कि नगर आयुक्त अक्षत वर्मा से सोमवार को लिखित में पुछा कि बिना क्या बिना स्टैंड/पार्किंग/चार्जिंग निर्माण के ई रिक्शा चालकों से पर्ची लेना सरकार की अवैध जबरन वसूली नहीं है। इस पर अक्षत वर्मा ने नगर निगम के आय का हवाला दिया और नगर निगम के अवैध कमाई को राजस्व बताया। इस पर अखिल भारतीय ई रिक्शा चालक यूनियन ने इसे अवैध वसूली बताया और बायकाट का निर्णय लिया। अध्यक्ष प्रवीण काशी ने चालकों से आह्वान किया कि जब तक स्टैंड, पार्किंग और चार्जिंग नहीं बन जाता, चालक एक चवन्नी नगर निगम को नहीं देगा।
प्रवीण काशी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के संसदीय क्षेत्र में गरीब ई रिक्शा चालकों से पैसा बिना स्टैंड और पार्किंग बनाए जबरदस्ती लिया जा रहा है। यह मुद्दा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी को पत्र के माध्यम से सूचित किया जाएगा। कहा कि आज जब यूनियन ने नगर निगम से पुछा कि आप पैसा हमसे कैसे ले सकते हो तो उन्होंने बताया कि स्टैंड कागज पर बना है। नगर निगम ने कहा कि हमारी आय रुक गई है हमें पैसा कमाना है। स्मार्ट सिटी का हजारों करोड़ रुपए का बजट है और गरीब ई रिक्शा चालकों से लूट जारी है। यह सभी समस्याएं मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के समक्ष भी रखा जाएगा।
प्रवीण काशी ने आगे बताया कि सवाल 10 रुपये का नहीं सवाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के संसदीय क्षेत्र के ई रिक्शा चालकों के मान-सम्मान का है। पिछले कई सालों से करोड़ों रुपये यूं ही लिया जा रहा। हमारी संख्या 25 हजार है हर रोज हमसे कम से कम 10 रुपये लिया जाता है यानी हर रोज 2 लाख 50 हजार रुपये। महीने का 75 लाख रुपये और साल का 9 करोड़। साल का 9 करोड़ कम से कम। हमसे हर रोज 10 रुपये सिर्फ चार घंटे के लिए वसूला जाता है। 12 घंटे के लिए 15 रुपये की वसूली और 24 घंटे के लिए 25 रुपये पर सुविधा कागज पर। 9 करोड़ देने वाले नागरिकों के साथ बदले में क्या मिलता है? हमारे साथ रोज सडक पर पुलिस के द्वारा गालीगलौज, मारपीट, लाठी मारने, गाड़ी तोड़ने जैसी घटनाएं होती हैं।
इंगलिशिया लाइन कैंट पर अखिल भारतीय ई रिक्शा चालक यूनियन के सभी सदस्य बडी संख्या में एकत्रित हो कर स्टैंड शुल्क का बायकॉट कर दिया। इसमें जुबेर खान बागी, बबलू अग्रहरी, पप्पू सेठ, शशिकांत, अशोक सेठ, राजेश, संजय विश्व कर्मा, पंकज सिंह अनिल रोमी पाठक आदि चालकों ने इसमें शामिल हुए।