काशी बनेगी सोलर सिटी, 12 लाख घरों को मिलेगी बिजली 

देश की धार्मिक और आध्यात्मिक नगरी काशी को सोलर सिटी बनाने की दिशा में पहल की गई है। पूर्वांचल डिस्काम व यूपी नेडा के संयुक्त प्रयास से सोलर रूफटाप के जरिये 250 मेगावाट बिजली उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है।
 

- सोलर रूफटाप से 250 मेगावाट बिजली उत्पादन का लक्ष्य 
 

- रंग लाएगी पूर्वांचल डिस्काम व यूपी नेडा की संयुक्त पहल
 

- पहले चरण में वार्डों के पार्षदों के घर लगेंगे सोलर सिस्टम 

वाराणसी। देश की धार्मिक और आध्यात्मिक नगरी काशी को सोलर सिटी बनाने की दिशा में पहल की गई है। पूर्वांचल डिस्काम व यूपी नेडा के संयुक्त प्रयास से सोलर रूफटाप के जरिये 250 मेगावाट बिजली उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है। इससे 12 लाख घरों को आपूर्ति की जाएगी। पहले चरण में एक हजार घरों में फौरी तौर पर रूफटॉप सोलर सिस्टम लगाया भी जा चुका है। इनसे 26 मेगावाट बिजली का उत्पादन शुरू भी हो गया है। 

कार्यशाला में दिए गए टिप्स 
भिखारीपुर स्थित पूर्वांचल-डिस्काम मुख्यालय में सोलर रूफटॉप लगाने को लेकर कार्यशाला का आयोजन हुआ। यूपी नेडा निदेशक अनुपम शुक्ला ने बिजलीकर्मियों व कार्यशाला में मौजूद पार्षदों से सोलर रूफटॉप लगाने की दिशा में आगे बढ़ने पर जोर दिया। कहा कि ऐसा करके ही हम शहर को सोलर सिटी के रूप में विकसित कर सकते हैं। हर सरकारी भवनों पर इसकी अनिवार्यता की जाए। इससे जनता तक संदेश जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार का लक्ष्य है कि पूरे प्रदेश में रूफटॉप सोलर सिस्टम के जरिए 22 हजार मेगावाट बिजली उत्पादन किया जाए। छह हजार मेगावाट का उत्पादन शुरू भी हो गया है। 

 

हर जनपद में सोलर प्रकोष्ठ गठित, युवा बनेंगे सूर्य मित्र 
यूपी नेडा निदेशक ने बताया कि बिजली की खपत कम करने के लिए सोलर पर जोर दिया जा रहा है। हर जनपद में सोलर प्रकोष्ठ का गठन भी हुआ है। इसके जरिये सोलर इनर्जी के उपयोग के लिए अधिक से अधिक लोगों को जागरूक किया जा रहा है। वहीं युवाओं को प्रशिक्षण देकर सूर्य मित्र बनाया जा रहा है। 

एमडी ने मातहतों को दिए निर्देश 
पूर्वांचल डिस्काम के एमडी शंभू कुमार ने इस दिशा में अभियंताओं को तेजी से आगे बढ़ने का निर्देश दिया, ताकि लोग अपने उत्पादित बिजली को ग्रिड को भी बेच सकें। 452 वेंटर रूफटॉप सोलर पैनल की स्थापना की जा रही है।