काशी के प्रसिद्ध चाय और पान वाले हो सकते हैं पीएम मोदी के प्रस्तावक, फाइनल लिस्ट का बनारस को इंतज़ार
पीएम मोदी 13 मई को काशी में भव्य रोड शो करेंगे। इसके बाद अगले दिन 14 मई को बाबा विश्वनाथ व कालभैरव का आशीर्वाद लेकर नामांकन दाखिल करेंगे। इसके लिए बीजेपी ने कमर कस ली है। इसी बीच खबर आ रही है कि वाराणसी लोकसभा सीट के नामांकन में पीएम मोदी के प्रस्तावक समाज के अंतिम स्तर के व्यक्ति हो सकते हैं। इनमें कई लोगों के नामों की लिस्ट शीर्षनेतृत्व को जा चुकी है।
पीएम ले चुके हैं बनारसी चाय और पान का लुत्फ़
देखा जाए, तो बीते एक दशक में बनारस चाय और पान का स्वाद पीएम के जुबान तक जा चुका है। जिसके बाद शीर्ष नेतृत्व को जो लिस्ट गई है, उसमें बनारस के चाय वाले और पान वाले का नाम भी शामिल है। भाजपा सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी शीर्षनेतृत्व को काशी के 50 लोगों की लिस्ट गई है, इसमें अस्सी घाट के पास भदैनी क्षेत्र के फेमस पप्पू चाय वाले और लंका के केशव पान वाले का नाम भी शामिल हो सकता है।
वैसे काशी में पप्पू चाय वाले की दुकान राजनीति का प्रमुख केंद्र रही है। बीएचयू के पूर्व प्रो० डॉ० काशीनाथ सिंह की किताब ‘काशी का अस्सी’ में भी इस दुकान का जिक्र मिलता है। कहा जाता है कि बनारस की राजनीति की शुरुआत ही इस चाय की दुकान से होती है। स्वयं पीएम मोदी भी चुनाव प्रचार के दौरान पप्पू की दुकान के चाय का लुत्फ़ उठा चुके हैं। पप्पू टी स्टाल के मालिक पप्पू विश्वनाथ सिंह और उनके बेटे मनोज सिंह का भी नाम भेजा गया है।
साहित्य, विज्ञान और व्यापार से जुड़े लोगों का नाम भी शामिल
भाजपा सूत्रों के मुताबिक, केशव पान भंडार से केशव प्रसाद चौरसिया, अस्सी घाट निवासी जल तरंगवादक पंडित राजेश्वर आचार्य, शास्त्रीय चैती-कजरी गायिका पं० सोम घोष का भी नाम चर्चा में है। बाकी बचे नामों में मल्लाह, साहित्य, विज्ञानं और व्यापार से जुड़े लोग शामिल हैं।
पीएम मोदी अब तक दो बार पप्पू की दुकान पर आ चुके हैं। पहली बार वह बतौर मुख्यमंत्री वर्ष 2013 में आए थे, इसके बाद 4 मार्च 2022 को फिर आए। इस दौरान उन्होंने 15 मिनट तक बैठकर चाय पर चर्चा की और चाय का लुत्फ़ उठाया। फ़िलहाल काशीवासियों को सभी 50 प्रस्तावकों की फाइनल सूची का इंतज़ार है।