काशी विश्वनाथ धाम में "नमन विश्वनाथम" नृत्य से सजी काशी तमिल संगमम की भव्य शुरुआत, सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति देख दर्शक हुए भाव-विभोर
इस कार्यक्रम का उद्घाटन श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण, विशेष कार्याधिकारी उमेश सिंह और कांची क्षेत्र कला मंदिर की निदेशिका मीना वज्रवेल ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। इसके पश्चात, कांची क्षेत्रीय कला मंदिर की नर्तकियों ने भरतनाट्यम की भक्ति-पूर्ण प्रस्तुति दी, जिसने उपस्थित जनसमूह को भाव-विभोर कर दिया।
भरतनाट्यम नृत्य का निर्देशन मीना वज्रवेल ने किया, जबकि मार्गदर्शन श्री वज्रवेल आरमुगम और धर्मेंद्र ने दिया। इस आयोजन का सफल संयोजन भाव प्रभा पद्म संस्थान द्वारा किया गया। कलाकारों में बी संजना, आर अश्वना, एम स्वास्तिका, डी रितिका, एम सुदर्शना, डी नक्षत्रा, एस पूजा, एस वर्षा, अमृता कीर्तिका और हमृता शामिल थीं, जिन्होंने अपने नृत्य कौशल से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। नृत्य की शुरुआत श्री गणेश को समर्पित पुष्पांजलि से हुई, जिसके बाद शिव वंदना और शिव तांडव की प्रस्तुति ने दर्शकों को मोहित कर लिया। देवी त्रिपुरा सुंदरी को समर्पित भावपूर्ण नृत्य भी इस आयोजन का एक प्रमुख आकर्षण रहा।
कार्यक्रम का समापन भगवान काशी विश्वनाथ की महिमा पर आधारित भजन "बोल थे जगदीशा" के साथ हुआ। इस भव्य आयोजन में पीयूष आचार्य और पुरुषोत्तम चतुर्वेदी ने सहयोग प्रदान किया, जबकि कार्यक्रम का संचालन डॉ. प्रीतेश आचार्य ने कुशलतापूर्वक किया। काशी तमिल संगमम के इस आयोजन ने भारतीय संस्कृति की समृद्धि और विविधता को शानदार ढंग से प्रदर्शित किया, जो उपस्थित दर्शकों के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव रहा।