काशी सांसद बाल कवि सम्मेलन : नन्हे कवियों की प्रतिभा से गूंजा कमिश्नरी सभागार, उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले कवियों को मिलेगा सम्मान
वाराणसी। नगर निगम से प्रायोजित काशी सांसद बाल कवि सम्मेलन प्रतियोगिता का भव्य आयोजन बुधवार को कमिश्नरी सभागार में किया गया। यह साहित्यिक प्रतियोगिता 26 नवंबर से 18 दिसंबर 2025 तक आयोजित की गई, जिसमें जनपद के हजारों स्कूली बच्चों ने भाग लेकर अपनी रचनात्मक प्रतिभा का प्रदर्शन किया। प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बाल कवियों को सम्मानित किया जाएगा।
इस प्रतियोगिता के लिए कविता के प्रमुख विषय अविनाशी काशी, मां गंगा, विकसित भारत, स्वच्छता ही सेवा और राष्ट्रभक्ति निर्धारित किए गए थे। प्रतियोगिता में वाराणसी जनपद के विभिन्न विद्यालयों के विद्यार्थियों ने भाग लिया। कुल 42,292 प्रतिभागियों ने पंजीकरण कराया, जिनमें से विभिन्न चरणों से गुजरते हुए 323 बाल कवि फाइनल राउंड तक पहुंचे। प्रतियोगिता को दो वर्गों में विभाजित किया गया था, जिसमें कक्षा 6 से 8 तथा कक्षा 9 से 12 तक के छात्र-छात्राएं शामिल रहे। बुधवार को कक्षा 6 से 8 वर्ग के प्रतिभागियों का फाइनल राउंड आयोजित किया गया।
प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बाल कवियों के लिए आकर्षक पुरस्कार राशि भी निर्धारित की गई है। प्रथम पुरस्कार के रूप में 50 हजार रुपये, द्वितीय पुरस्कार 30 हजार रुपये तथा तृतीय पुरस्कार 20 हजार रुपये प्रदान किए जाएंगे। फाइनल राउंड में प्रतिभागी त्रिधा पाण्डेय (कक्षा 6, स्मीथ स्कूल) एवं प्रत्यूष चौरसिया (कक्षा 6, दिशा कॉन्वेंट स्कूल) ने प्रभावशाली काव्य पाठ कर उपस्थित श्रोताओं को भाव-विभोर कर दिया और सभागार तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए महापौर अशोक तिवारी ने कहा कि प्रत्येक बच्चे में कोई न कोई प्रतिभा होती है। विभिन्न स्तरों से गुजरकर यहां तक पहुंचना बच्चों की मेहनत और लगन का प्रमाण है। उन्होंने सभी प्रतिभागियों को बधाई और उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं। महानगर अध्यक्ष प्रदीप अग्रहरि ने कहा कि ऐसे आयोजनों से बच्चों में उत्साह, प्रेरणा और साहित्यिक चेतना का विकास होता है। काशी सांसद बाल कवि सम्मेलन ने बाल प्रतिभाओं को सशक्त मंच देकर काशी की समृद्ध साहित्यिक परंपरा को नई ऊर्जा दी है।
जिलाध्यक्ष एवं विधान परिषद सदस्य हंसराज विश्वकर्मा ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री खेल, संस्कृति और प्रतिभाओं के उत्थान के लिए जमीनी स्तर से प्रेरणा देते हैं। आज के ये बच्चे कल देश और विदेश में अपनी प्रतिभा का परचम लहराएंगे। विधान परिषद सदस्य धर्मेंद्र सिंह ने काशी को साहित्य और कविता की भूमि बताते हुए कहा कि भारतेंदु हरिश्चंद्र और जयशंकर प्रसाद जैसे साहित्यकारों ने काशी को विश्व पटल पर प्रतिष्ठित किया है और आने वाले समय में ये बाल कवि भी उसी परंपरा को आगे बढ़ाएंगे। कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्या, मंडलायुक्त एस. राजलिंगम, मुख्य विकास अधिकारी प्रखर सिंह सहित अनेक जनप्रतिनिधि, अधिकारी और गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।