काशीवासी काशी द्वार से ही करेंगे बाबा विश्वनाथ के दर्शन, आगे भी जारी रहेगी व्यवस्था

काशीवासी काशी द्वार से ही बाबा विश्वनाथ का दर्शन करेंगे। सावन में लागू काशी द्वार की व्यवस्था आगे भी जारी रहेगी। इसकी समय सीमा बढ़ाने पर विचार किया जा सकता है। मंगला आरती के वेटिंग टिकटों की बुकिंग की जा सकेगी। श्रद्धालुओं की सुविधा के मद्देनजर मंदिर प्रशासन ने यह निर्णय लिया है। 
 

वाराणसी। काशीवासी काशी द्वार से ही बाबा विश्वनाथ का दर्शन करेंगे। सावन में लागू काशी द्वार की व्यवस्था आगे भी जारी रहेगी। इसकी समय सीमा बढ़ाने पर विचार किया जा सकता है। मंगला आरती के वेटिंग टिकटों की बुकिंग की जा सकेगी। श्रद्धालुओं की सुविधा के मद्देनजर मंदिर प्रशासन ने यह निर्णय लिया है। 

सावन में बाबा विश्वनाथ धाम में भक्तों के लिए विशेष इंतजाम किए गए थे। इन्हें आगे भी जारी रखने का निर्णय लिया गया है। खासकर काशीवासियों के लिए शुरू किया गया काशीद्वार नियमित रूप से सुबह चार से पांच और शाम को चार से पांच बजे के बीच खुलेगा। सुबह काशीवासी स्पर्श दर्शन और शाम को झांकी दर्शन कर सकेंगे। काशीवासी दर्शनार्थियों की संख्या बढ़ी तो काशी द्वार को खोलने की समय सीमा बढ़ाने पर भी विचार किया जा सकता है। 

मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्वभूषण मिश्र ने बताया कि काशीद्वार से रोजाना लगभग 1100  श्रद्धालु बाबा के दर्शन को पहुंचते हैं। काशी द्वार से दर्शन जारी रहेगा। वहीं मंगला आरती के खाली टिकट भी ऑनलाइन बुक करने की सुविधा भी अनवरत जारी रहेगी। रात्रि में सात से नौ बजे के बीच टिकटों को मंदिर की वेबसाइट पर ऑनलाइन किया जाएगा। ये व्यवस्थाएं सावन में लागू की गई थीं।