करवा चौथ कल: अखंड सौभाग्य के लिए बनारस की आधी आबादी रखेगी निर्जला व्रत, चंद्रदर्शन के साथ संपन्न करेंगी पूजा, जानिए चंद्रोदय का मुहूर्त

 
वाराणसी। कार्तिक कृष्ण चतुर्थी के अवसर पर रविवार को सौभाग्यवती महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और अखंड सौभाग्य की प्राप्ति के लिए करवा चौथ का निर्जला व्रत रखेंगी। इस पावन दिन पर महिलाएं माता गौरी और भालचंद्र गणेशजी की विधिपूर्वक पूजा-अर्चना करेंगी और चंद्रोदय के समय चंद्रमा के दर्शन के बाद व्रत समाप्त करेंगी। करवा चौथ का व्रत भी संकष्टी गणेश चतुर्थी की तरह दिन भर उपवास रखकर, रात में चंद्रमा को अर्घ्य देकर पूर्ण किया जाता है। इस वर्ष चतुर्थी का चंद्रोदय शाम 7:44 बजे होगा।

शनिवार को करवा चौथ के पर्व को लेकर बाजारों में पूजा सामग्री की जमकर खरीदारी हुई। महिलाओं ने चलनी, दीपक, मिट्टी के शिव-पार्वती और गणेश की मूर्तियों के साथ-साथ सींक की भी जमकर खरीदारी की। इसके साथ ही महिलाएं अपने पसंदीदा परिधानों की खरीदारी में भी व्यस्त रहीं। 

ज्योतिषविद् पंडित विमल जैन ने बताया कि करवा चौथ पर सोने, चांदी, पीतल या मिट्टी का करवा उपयोग करना चाहिए, जबकि लोहे या अल्युमिनियम का करवा वर्जित है। करवा में जल भरकर सौभाग्य और शृंगार की वस्तुओं के साथ अर्घ्य दिया जाता है। पूजा के बाद सास-ससुर और परिवार के बुजुर्गों का आशीर्वाद लेना चाहिए।

राशि अनुसार परिधान पहनकर बढ़ाएं सौभाग्य

पंडित विमल जैन ने यह भी बताया कि करवा चौथ पर महिलाएं अपनी राशि के अनुसार परिधान धारण कर सौभाग्य में वृद्धि कर सकती हैं। सामान्य रूप से लाल, पीला और सुनहरा रंग शुभ माना जाता है। लाल रंग से ऊर्जा और उष्मा का संचार होता है, जबकि सुनहरा और पीला रंग जीवन में सफलता का प्रतीक होता है। आजकल राशि के अनुसार परिधान और आभूषण पहनने का चलन भी काफी बढ़ गया है।