बनारस स्टेशन पर गूंजा ‘जय गुरुदेव’, एक हजार NRI रविदास जयंती में होंगे शामिल

 

वाराणसी। बनारस रेलवे स्टेशन गुरुवार को जय गुरुदेव के नारों से गूंज उठा। मौका था गुरु रविदास जी के 647वें प्रकाशोत्सव पर संगत के श्री गुरु रविदास धाम काशी आगमन का। डेरा सच्च खंड बल्लां जालंधर के पीठाधीश्वर संत निरंजन दास के नेतृत्व में संगत का जत्था बेगमपुरा एक्सप्रेस से शाम को चार बजे बनारस स्टेशन पहुंचा। फिलहाल बीमार होने की वजह से पीठाधीश्वर संत निरंजन दास ट्रेन से नहीं पहुंचे लेकिन संत मंदीप दास आज जत्थे के साथ पहुंचकर कमेटी के साथ बैठक की और पूरे आयोजन की रूपरेखा तय की गई। 

25 साल स्पेशल ट्रेन से आ रहा जत्था

संस्था के ट्रस्टी ने बताया कि लगभग दो दशक से बेगमपुरा स्पेशल ट्रेन से बनारस आने का सिलसिला जारी है। इस ट्रेन के लिए ट्रस्ट की तरफ से रेलवे प्रशासन को निश्चित किराया देकर आरक्षित करवाया जाता है। जत्थे के साथ जालंधर से आए श्रद्धालुओं ने कहा कि काशी में संगत के प्राण बसते हैं। ये हमारे गुरु की भूमि है, जोकि पूज्यनीय है। यहां हर साल ही हम लोग अपने गुरुदेव के दर्शन के लिए आते हैं।

120 फीट ऊंचा हरि निशान का ध्वजारोहण

रविदासिया समुदाय के उपाध्यक्ष और मंदिर के संत मनदीप दास ने बताया कि 24 जनवरी को संत रविदास जन्मस्थली सीरगोवर्द्धन पुर में जयंती के दिन धर्म प्रमुख संत निरंजन दास द्वारा सुबह सात बजे नगवां स्थित रविदास पार्क में प्रतिमा पर माल्यार्पण करेंगे। इसके बाद मंदिर में रविदासिया धर्म के 120 फीट ऊंचा हरि निशान का ध्वज को भक्तों के साथ भजन कीर्तन करते हुए ध्वजारोहण किया जायेगा। 

5 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं के आने का अनुमान

रविदास जयंती के लिए मंदिर परिसर की विशेष साज सज्जा की गई है। मंदिर और आसपास मेले जैसा माहौल है। विभिन्नद राज्योंु से आने वाले श्रद्धालुओं के अलग पंडाल भी सज गए हैं। पंजाब और हरियाणा से 50 हजार से ज्या‍दा श्रद्धालु पहुंच चुके हैं। अन्यल राज्योंज के पंडालों में भी भीड़ है। जयंती समारोह में पांच लाख से ज्यासदा की भीड़ होने का अनुमान है। श्रद्धालुओं की सेवा के लिए 6 हजार सेवादार लगाए गए हैं। लंगर व मेडिकल सेंटर शुरू हो गया है।

रविदासिया समुदाय के उपाध्यक्ष और मंदिर के संत मनदीप दास ने बताया कि स्वर्ण मंदिर सीर गोवर्धनपुर रविदास मंदिर में 24 फरवरी को संत रविदास का जन्मोत्सव मनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि आज स्पेशल ट्रेन वाराणसी पहुंच गई उन्होंने बताया कि देश-विदेश से आए सभी संगत का यहां पर स्वागत है। उन्होंने कहा की संगत के ठहरने का प्रबंध किया गया है लंगर की व्यवस्था की गई है और उन्होंने कहा कि 24 फरवरी तक देश के कोने-कोने से लोग यहां दर्शन करने आएंगे। 

संत मनदीप दास ने बताया कि सद्गुरु संत निरंजन दास महाराज आज ट्रेन से नहीं पहुंचे वह कल सुबह फ्लाइट से वाराणसी पहुंचेंगे। उन्होंने बताया कि जयंती के दिन सुबह सबसे पहले रविदासिया धर्म का निशान साहब और पताका बदली जाएगी। पहले निशान साहब स्टील का था, लेकिन इसबार जयंती के दिन सोने का निशान साहब लगाया जाएगा। श्री गुरु रविदास बैरगेमु इटली के तरफ से सोने का निशान साहब भेंट किया गया है।